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Fact Check
मुस्लिमों ने गणेश विसर्जन के दौरान अपने घरों की छत से यात्रा पर पत्थर फेंका.
नहीं, इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि मुस्लिमों ने गणेश विसर्जन के दौरान अपने घरों की छत से पत्थर फेंका.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो कर्नाटक के रायचूर का है और इस घटना में शामिल दोनों पक्ष हिंदू हैं.
वायरल वीडियो 45 सेकेंड का है, जिसमें भीड़ गणेश प्रतिमा लेकर एक सड़क से गुजर रही होती है तभी छत पर मौजूद दो युवक भीड़ पर पत्थर चला देते हैं.
वीडियो को X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है, “जेहादियों ने गणेश चतुर्थी के दौरान अपने घरों की छत से पत्थर फेक कर निभाया भाईचारा. देखते रहो तमाशा”.

मुस्लिमों द्वारा गणेश विसर्जन के दौरान अपने घरों की छत से पत्थर फेंकने के दावे से वायरल हो रहे इस वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमें एक बिल्डिंग पर श्री साईं टैटू स्टूडियो लिखा हुआ मिला.

इस जगह को गूगल मैप्स पर सर्च करने पर हमें यह कर्नाटक के रायचूर में मिला, जिसके दृश्य हमें गूगल स्ट्रीट व्यू पर भी मिले. इस दौरान हमने साईं टैटू स्टूडियो से भी संपर्क किया, तो उन्होंने इस घटना के बारे में ज्यादा कुछ बोलने से इनकार किया, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो उनके यहां का ही है.

इसके बाद ऊपर मिली जानकारी के आधार पर गूगल सर्च करने पर हमें कन्नड़प्रभा की वेबसाइट पर 6 सितंबर 2025 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि कर्नाटक के रायचूर में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान दो लोगों ने पथराव किया था, जिसमें दो युवक घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में सदर बाजार पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान प्रशांत और प्रवीण नाम के दो स्थानीय युवकों के रूप में हुई थी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि पुरानी रंजिश के कारण उन्होंने पथराव किया था.
जांच में हमें स्थानीय रिपोर्टर की मदद से इससे जुड़ी एफआईआर कॉपी मिली. यह प्रथम सूचना रिपोर्ट 1 सितंबर 2025 को सदर बाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी. इस रिपोर्ट में भी आरोपियों के तौर पर प्रशांत, पवन और अनिल का नाम लिखा हुआ था.

एफआईआर में बताया गया था कि यह घटना 1 सितंबर 2025 को सुबह रायचूर के गंगा निवास रोड पर हुई थी, जब एक पक्ष उस इलाके से गणेश प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रहा था. तभी दूसरे पक्ष के प्रशांत, पवन और अनिल ने इसका विरोध किया. इसी दौरान प्रशांत और पवन पास की एक दुकान की छत पर चढ़ गए और यात्रा पर पत्थर फेंकने लगे. इस दौरान दो लोग जख्मी भी हो गए. जख्मी होने के बाद दोनों को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. एफआईआर में मौजूद नामों के अनुसार, दोनों पक्षों के लोग हिंदू ही हैं. हालांकि, पीड़ित के नाबालिग होने के कारण हम उसका नाम यहां नहीं लिख रहे हैं.

इस घटना पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने सदर बाजार पुलिस स्टेशन से भी संपर्क किया. वहां मौजूद एक पदाधिकारी ने वायरल दावे का खंडन करते हुए साफ़ कहा कि गंगा विलास रोड में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई पत्थरबाजी की इस घटना में शामिल दोनों पक्ष हिंदू हैं.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि मुस्लिमों द्वारा गणेश विसर्जन के दौरान अपने घरों की छत से पत्थर फेंकने के फर्जी दावे से वायरल हो रहा यह वीडियो कर्नाटक के रायचूर का है. 1 सितंबर 2025 की इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
(Additional inputs from Ishwarachandra B G)
Our Sources
Visuals available on Google Street View
Article Published by Kannadprabha on 6th Sep 2025
Telephonic Conversation with Sadar Bazar Police Station
FIR available on karnataka police website
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