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Fact Check
यह वीडियो नेपाल में प्रदर्शन के दौरान का है.
नहीं, वीडियो इंडोनेशिया का है.
सोशल मीडिया पर पुलिस पर हमला करते प्रदर्शनकारियों का एक वीडियो नेपाल में प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो नेपाल का नहीं, बल्कि बीते दिनों इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा प्रान्त की राजधानी मेदान में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान का है.
बीते दिनों नेपाल सरकार ने कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म को बैन कर दिया था, जिसके बाद 8 सितंबर को युवाओं ने नेपाल की राजधानी में प्रदर्शन शुरू किए. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों में करीब 20 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई . इस दौरान कई राजनेताओं के घरों पर हमला और तोड़फोड़ भी की गई. सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया.
वायरल वीडियो 29 सेकेंड का है, जिसमें प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव और हमला करते नजर आ रहे हैं और इस दौरान पुलिस शील्ड की मदद से अपना बचाव करती हुई दिखाई दे रही है.
वीडियो को X पर नेपाल के दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा गया है, “नेपाल में रात पर संसद जलती रही…सेना के जवानों की भी ऐसे ही कुटाई चलती रही…Gen-Z को क्या ऐसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चाहिए?”

नेपाल में प्रदर्शन का बताकर वायरल हो रहे इस वीडियो की पड़ताल में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो एक इंस्टाग्राम अकाउंट से 2 सितंबर 2025 को पोस्ट किया गया मिला, जिसमें इसे इंडोनेशिया के मेदान शहर का बताया गया था.

इसके बाद ऊपर मिली जानकारी के आधार पर हमनें गूगल सर्च किया तो हमें समाचार एजेंसी AP की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़े दृश्यों वाली तस्वीर 29 अगस्त को प्रकाशित रिपोर्ट में मिली. रिपोर्ट में इसे इंडोनेशिया के मेदान शहर में 29 अगस्त 2025 को हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान का बताया गया था.

दरअसल बीते अगस्त महीने में इंडोनेशिया में सांसदों के भत्तों को बढ़ाने से जुड़ा प्रस्ताव सामने के बाद देशभर में हिंसा फ़ैल गई थी. सबसे पहले राजधानी जकार्ता में प्रदर्शन शुरू हुए और इस दौरान अर्धसैनिक पुलिस बल की एक गाड़ी से कुचले जाने पर एक डिलीवरी ड्राइवर की मौत हो गई थी. इसके बाद यह हिंसक प्रदर्शन देशभर में फ़ैल गया और कई शहरों में झड़पें, आगजनी और लूटपाट की घटना हुई. इस दौरान कई सांसदों के घरों को निशाना बनाया गया था.
जांच में हमें एक अन्य इंडोनेशियन न्यूज आउटलेट suara की वेबसाइट पर भी वायरल वीडियो से जुड़े दृश्यों वाली तस्वीर मिली. तस्वीर के साथ मौजूद कैप्शन में भी इसे मेदान के उत्तरी सुमात्रा क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि परिषद(DPRD) की बिल्डिंग के सामने हुए प्रदर्शन का बताया गया था.

ऊपर मिली जानकारियों के आधार पर हमने वायरल वीडियो में दिख रही जगह को गूगल स्ट्रीट व्यू पर खंगाला तो हमें यह जालान (स्ट्रीट) इमाम बोंजोल पर मिला. जिसे आप नीचे मौजूद तस्वीरों में देख सकते हैं.

इसके अलावा हमें Mistar TV नाम के यूट्यूब अकाउंट पर 29 अगस्त 2025 को मेदान में उत्तरी सुमात्रा के DPRD बिल्डिंग के पास हुए प्रदर्शन से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट अपलोड की हुई मिली. इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो से जुड़े कई दृश्य मौजूद थे.

जांच में हमने मेदान के स्थानीय पत्रकार एमिरस्याह पुरबा से भी संपर्क किया और उन्होंने भी हमें बताया कि यह वीडियो मेदान में 29 अगस्त 2025 को हुए प्रदर्शन के दौरान का ही है.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि नेपाल में प्रदर्शन का बताकर वायरल हो रहा यह वीडियो असल में इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा प्रान्त की राजधानी मेदान में हुए प्रदर्शन के दौरान का ही है.
Our Sources
Video posted by an instagram account on 2nd Sep 2025
Article Published by AP News on 29th Aug 2025
Article Published by suara on 30th Aug 2025
Visuals available on Mister TV Video Report on 30th Aug 2025
Visuals available on Google Street view
Telephonic conversation with Medan Journalist Emirsyah Purba
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