सोशल मीडिया पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीते दिनों मची भगदड़ से जोड़कर एक दावा काफी वायरल हो रहा है. वायरल दावे में यह कहा जा रहा है कि आखिरी समय में प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा करने वाले अशफाक अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फर्जी है. उत्तर रेलवे के PRO ने इस दावे को पूरी तरह से फर्जी बताया है.
गौरतलब है कि बीते शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में करीब 18 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 13 लोग घायल हुए थे. उस दौरान रेलवे स्टेशन पर कुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने वालों की भारी भीड़ थी. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की जांच के लिए रेलवे ने दो सदस्यीय समिति गठित की है.
वायरल दावे को एक टेक्स्ट के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है “आखिरी समय मे प्लेटफार्म बदलने की घोषणा करने वाला अशफाक अंसारी गिरफ्तार. भीड़ दोषी नहीं ये जेहादी मानसिकता का रेलवे कर्मचारी दोषी है जिसने ये षडयंत्र के तहत किया”.

Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यह बताया गया हो कि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ मामले में अबतक किसी को गिरफ्तार किया गया है.
हालांकि इसी दौरान हमें 17 फ़रवरी 2025 को दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि दिल्ली भगदड़ में तीन सरकारी बयान सामने आए हैं, जिससे जांच उलझ गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली पुलिस के बयान के अनुसार, प्रयागराज नाम से दो ट्रेन थीं. इनमें से एक ट्रेन के प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने का अनाउंसमेंट हुआ. तब प्लेटफॉर्म 14 पर प्रयागराज (मगध) एक्सप्रेस खड़ी थी. जो यात्री 14 नंबर प्लेटफार्म पर जा रहे थे, वो अनाउंसमेंट सुनकर 16 की तरफ भागे. इसी वजह से भगदड़ मच गई.
वहीं उत्तर रेलवे के CPRO का कहना है कि प्लेटफॉर्म 14-15 के फुटओवर ब्रिज पर एक यात्री का पैर फिसला और उससे स्थिति बिगड़ी. जिसकी वजह से भगदड़ मची. वहीं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा है कि हम इसकी भी जांच कर रहे हैं कि क्या फ़ेक न्यूज़ फैलाकर भगदड़ मचाई गई है.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि जांच कमेटी के सदस्य नरसिंह देव और पंकज गंगवार ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सभी CCTV फुटेज को सुरक्षित करने का आदेश दिया था. वहीं दिल्ली पुलिस भी इस भगदड़ मामले की जांच कर रही है.
इसके अलावा हमें 19 फ़रवरी 2025 को द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि दो सदस्यी जांच टीम इस मामले की जांच तेजी से कर रही है. कई प्रत्यक्षदर्शियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं. जल्द ही जांच रिपोर्ट सामने आ सकती है. हालांकि इस रिपोर्ट में किसी के भी गिरफ्तार होने जैसी कोई जानकारी नहीं दी गई थी.

हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए उत्तर रेलवे के CPRO से भी संपर्क किया तो उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए साफ़ कहा कि यह पूरी तरह से फर्जी है. अभी इस मामले की जांच चल ही रही है और किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से साफ है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ मामले में अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है और वायरल दावा फर्जी है.
Our Sources
Article Published by Dainik Bhaskar on 17th Feb 2025
Article Published by The New Indian Express on 19th Feb 2025
Telephonic Conversation with Northern Railway CPRO
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