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उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में सीएम योगी कुछ पुलिस वालों के साथ एक गली में हाथ जोड़कर खड़े हैं और उनके सामने एक चारपाई नजर आ रही है। चारपाई के दूसरी तरफ एक बुजुर्ग आदमी खड़ा हुआ है। सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ देर उस आदमी से बात करते हैं और फिर वहीं से पीछे की तरफ चले जाते हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो मेरठ के बिजौली गांव का है। जहां पर एक बीजेपी विरोधी बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को अपनी गली में जाने से रोक दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुजुर्ग से कई बार हाथ जोड़कर आग्रह किया। लेकिन बुजुर्ग ने रास्ता नहीं खोला और सीएम योगी को वापस जाना पड़ा।
उत्तर प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ओमवीर यादव, और कांग्रेस नेता नगमा ने इसी दावे के साथ वायरल वीडियो को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। यूथ कांग्रेस सेंट्र्ल उत्तर प्रदेश के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से भी इस वीडियो को शेयर किया गया है।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
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Fact Check/Verification
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक न्यूज़ रिपोर्ट Dainik Jagran की वेबसाइट पर मिली। जिसे 17 मई 2021 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग का नाम निरंजन त्यागी है।
Dainik Jagran की रिपोर्ट में सीएम योगी आदित्यनाथ से निरंजन की मुलाकात के बारे में बताया गया है। दरअसल सीएम योगी प्रदेश का जायजा लेने के लिए दौरे पर निकले थे। इस दौरान जब वह मेरठ पहुंचे तो सांसद राजेंद्र अग्रवाल और विधायक सत्यवीर त्यागी से उनका हालचाल पूछने के लिए उनके घर गए। इसी दौरान जब उन्होंने रास्ते में एक बुजुर्ग को बिना मास्क के देखा तो बुजुर्ग से हाथ जोड़कर मास्क लगाने की अपील की।
रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्ग व्यक्ति निरंजन, सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर काफी खुश हैं। निरंजन का कहना है, “भले ही वह एक छोटी-सी मुलाकात हो, लेकिन मुझे उम्र भर याद रहेगी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि योगी यहां तक आएंगे और मुझसे बात करेंगे। उन्होंने आते ही प्रणाम किया और हाल-चाल पूछा। मैं इस मुलाकात से काफी खुश हूं।”
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एक बार फिर से कुछ कीवर्ड्स के जरिए गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ा एक ट्वीट मेरठ पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर मिला। ट्वीट में एक पत्र जारी करते हुए मेरठ पुलिस ने लिखा है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा वायरल दावा पूर्ण रूप से निराधार और भ्रामक है। ये दावा अफवाह फैलाने की श्रेणी में आता है।
आगे लिखा गया है कि सीएम जनपद मेरठ के बिजौली गाँव में कंटेनमेंट जोन में कोरोना पीड़ितों और उनके परिवार से मुलाकात करने और उनका हालचाल जानने के लिए पहुंचे थे। कंटेनमेंट जोन होने के कारण गली में खाट रखी हुई थी और उसके आगे रस्सी बाँधी गई थी। आगे चेतावनी देते हुए मेरठ पुलिस द्वारा लिखा गया है कि इस तरह की अफवाह ना फैलाएं नहीं तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग ने सीएम योगी आदित्यनाथ का रास्ता नहीं रोका था। कंटेनमेंट जोन होने के कारण गली में खाट लगाकर रस्सी बांधी गई थी। जिसे अब भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
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Result: False
Claim Review: सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान एक बुजुर्ग ने खाट लगाकर उनका रास्ता रोका। Claimed By: Viral Social Media Post Fact Check: False |
Our Sources
Twitter –https://twitter.com/meerutpolice/status/1394103106267344903
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