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Fact Check
ईरान के फ़ोर्दो परमाणु ठिकाने पर धमाके का वीडियो.
सितम्बर 2024 का यह वीडियो, रूस के ट्वेर क्षेत्र में एक सैन्य डिपो पर यूक्रेनी ड्रोन हमले के बाद का है.
ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फ़ोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान पर अमेरिकी हमले के बाद एक बड़ा विस्फोट दिखाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो फ़ोर्दो परमाणु ठिकाने का है, जहां हमले के बाद ईरान में बड़े पैमाने पर रेडिएशन फैल रहा है.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल हो रहा वीडियो ईरान के किसी भी परमाणु ठिकाने का नहीं है.
एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, “ईरान के फोर्दो में रखे ईरान के तमाम न्यूक्लियर वारहेड में ब्लास्ट की पुष्टि हो गई है. न्यूक्लियर मशरूम बड़े पैमाने पर दिख रहे हैं ईरान में बड़े लेवल पर रेडिएशन फैल रहा है. 56 विधवा बहनों का इकलौता भाई जिसे गुंडई करने का बड़ा शौक था उसकी गुंडई 2 मिनट में खत्म कर दी गई..”
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन का पुराना वीडियो हालिया बताकर ग़लत दावे से वायरल

ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट के आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वीडियो के एक कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर कई पोस्ट मिले, जिनमें यही वीडियो मौजूद था. यह वीडियो सितंबर 18, 2024 को गार्डियन न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर भी पोस्ट किया गया था, जिसमें इस वीडियो की पहचान रूस के ट्वेर इलाके में उक्रेनी ड्रोन हमले के रूप में की गई थी. वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक़, मास्को से क़रीब 230 मील पश्चिम में स्थित ट्वेर इलाक़े में रूसी हथियार डिपो पर यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण बड़ा विस्फोट हुआ और मशरूम जैसा दिखने वाला बादल छा गया.
इसके बाद हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया, जिससे हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिनमें इसी वीडियो के कीफ़्रेम मौजूद थे.
सितंबर 18, 2025 को द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में इसी वीडियो का स्क्रीनग्रैब इस्तेमाल किया गया था. रिपोर्ट का शीर्षक था, “रूस ने पूर्वी शहर पर कब्जा किया, वहीं यूक्रेन ने एक बड़ा गोला-बारूद डिपो उड़ाया.” रिपोर्ट में बताया गया कि यह घटना यूक्रेन के ड्रोन हमले की है, जिसमें रूस के एक बड़े हथियार डिपो और मिलिट्री स्टोर को निशाना बनाया गया था. इस धमाके की तीव्रता इतनी ज़्यादा थी कि भूकंप जैसे झटके महसूस होने लगे.
इसी तरह, 18 सितंबर 2025 को ‘द इंडिपेंडेंट’ की एक रिपोर्ट में भी यही जानकारी दी गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक़, कीव ने दावा किया कि यह हमला रूस के ट्वेर इलाके के तोरोपेत्स नामक शहर में किया गया था, जो मॉस्को से करीब 240 मील उत्तर-पश्चिम में और यूक्रेन सीमा से लगभग 300 मील दूर है. यह हमला यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी, इंटेलिजेंस और स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेस ने मिलकर किया था. एक वरिष्ठ यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक़, इस डिपो में इस्कंदर और तोचका-यू मिसाइलें, ग्लाइड बम और तोप के गोले रखे थे. हमले के बाद डिपो में आग लग गई थी जो चार मील के इलाके में फैल गई थी.
ऐसी ही रिपोर्ट्स सीएनएन और द स्ट्रेट्स टाइम्स में भी प्रकाशित हुई थीं.
ईरान में रेडिएशन फैलने का दावा ग़लत
ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों के बाद सऊदी अरब और कुवैत समेत खाड़ी देशों ने कहा है कि उनके यहां रेडिएशन का कोई असामान्य स्तर नहीं पाया गया. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) और मिस्र ने भी रेडिएशन के स्तर में किसी बढ़ोतरी की पुष्टि नहीं की है. निगरानी का काम अब भी जारी है.
इस तरह, यह साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो, जिसे ईरान के फ़ोर्दो परमाणु ठिकाने पर अमेरिकी हमले के बाद का बताया जा रहा है, असल में पुराना है और रूस का है.
Sources
Guardian News – YouTube
Report by The New York Times
Report by The Independent
Report by CNN
Runjay Kumar
October 1, 2025
Runjay Kumar
July 2, 2025
Salman
June 18, 2025