Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस कांवड़ियों की पिटाई कर रही है। इस वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक मंदिर के पास खड़े कुछ लोगों को पीट रहे हैं।
ट्विटर पर कई यूजर्स ने वीडियो शेयर कर दावा किया कि पश्चिम बंगाल की पुलिस ने कांवड़ यात्रा के श्रद्धालुओं की पिटाई की।
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
यह वीडियो फेसबुक पर भी शेयर किया जा रहा है।
सावन महीने की शुरुआत के साथ ही आज से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों से कांवड़िये गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं और वहां से जल लेकर महादेव का जलाभिषेक करते हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल तक बंद रही कावड़ यात्रा को इस बार सकुशल संपन्न कराने को लेकर प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस कांवड़ियों की पिटाई कर रही है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने ‘पश्चिम बंगाल श्रद्धालुओं पुलिस’ कीवर्ड को ट्विटर पर सर्च किया। हमें बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री अरविंंद मोहन द्वारा 16 अगस्त 2021 को किया गया एक ट्वीट में यह वायरल वीडियो प्राप्त हुआ। जिसके अनुसार, कोलकाता के भूतनाथ मंदिर में हिंदू श्रद्धालुओं पर पश्चिम बंगाल पुलिस अत्याचार कर रही है। इस तरह यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो एक साल पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।
पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण द्वारा 16 अगस्त, 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में सावन के आखिरी सोमवार को भूतनाथ मंदिर के सामने श्रद्धालुओं की जुटी भीड़ को पुलिस ने वहां से भगाने के लिए लाठी चार्ज कर दिया।
दैनिक भास्कर ने भी इस घटना के बारे में 16 अगस्त, 2021 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर के बाद पश्चिम बंगाल के लगभग सभी मंदिर खोल दिए गए थे। सोमवार होने की वज़ह से शिव भक्तों की भारी भीड़ मंदिर के बाहर से ही पूजा करने के लिए जुटी थी, जिसपर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
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कई यूट्यूब चैनलों ने भी साल भर पहले इस खबर को प्रकाशित किया था, जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा कांवड़ियों की पिटाई का यह वीडियो, लगभग एक साल पुराना है। इसे हाल की घटना का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
Result: Partly False
Our Sources
Tweet by BJP National Secretary Arvind Menon on August 16, 2021
Report Published by Dainik Jagran on August 16, 2021
Report Published by Dainik Bhaskar on August 16, 2021
Youtube Video Uploaded by Hindustan Reporter & VK News in August 2021
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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.