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Fact Check
डॉ भीमराव अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले एडवोकेट अनिल मिश्रा की गिरफ्तारी का वीडियो।
यह वीडियो बिहार के दरभंगा का है, जहां जज के आदेश पर कोर्ट परिसर से एक वकील को हिरासत में लिया गया था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एडवोकेट अनिल मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को पकड़कर ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “अनिल मिश्रा को गिरफ्तार कर लिए गए हैं।” वीडियो पर लिखा गया है, बाबा साहेब पर अभद्र टिप्पणी करने वाले अनिल मिश्रा को घसीटकर ले जाती पुलिस जय भीम जय संविधान।” पोस्ट का आर्काइव यहां देखें। वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ फेसबुक पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। ऐसे अन्य पोस्ट्स यहां, यहां और यहां देखें। अनिल मिश्रा की गिरफ़्तारी का बताकर यह वीडियो एक्स पर भी शेयर किया जा रहा है।
गौरतलब है कि ग्वालियर उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा द्वारा डॉ भीमराव अम्बेडकर पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ ग्वालियर में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद वह अपनी गिरफ्तारी देने एसपी कार्यालय पहुंचे थे। हालांकि, पुलिस ने उनको गिरफ्तार नहीं किया था। डॉ भीमराव अंबेडकर पर अनिल मिश्रा की टिप्पणी के बाद प्रदेश भर के कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने आपत्ति जताई है। कई संगठनों ने सड़कों पर उतरकर अनिल मिश्रा का पुतला भी जलाया।

एडवोकेट अनिल मिश्रा की गिरफ्तारी का बताकर वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इसके कीफ्रेम्स को गूगल लेंस पर ढूंढा। इस दौरान वॉइस ऑफ़ दरभंगा के यूट्यूब चैनल पर 20 जून 2025 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि यह बिहार के दरभंगा का वीडियो है, जहाँ जज के आदेश पर एक वकील को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वीडियो को सुनने के बाद पता चला कि व्यवहार न्यायालय में दरभंगा के एक वकील अंबर इमाम हासमी को पुलिस ने कोर्ट परिसर से हिरासत में लिया था। बतौर रिपोर्ट, झूठ बोलने के एक मामले में एडीजे के आदेश के बाद वकील की गिरफ्तारी हुई थी। करीब 4 मिनट लंबे इस वीडियो में 50 सेकंड से वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान 20 जून 2025 को मिथिला टॉप न्यूज के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया यह वीडियो मिला। इस यूट्यूब शार्ट में वायरल वीडियो को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। बतौर रिपोर्ट, दरभंगा व्यवहार न्यायालय में एडीजे-3 सुमन कुमार के आदेश पर 32 साल पुराने एक मर्डर केस में एक अधिवक्ता को पुलिस ने कस्टडी में लिया था।
ABP न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी 21 जून 2025 को यह वीडियो अपलोड किया गया था। इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि दरभंगा के एक स्थानीय न्यायालय में कोर्ट को झूठी जानकारी देने पर एडीजे-3 के आदेश के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अंबर इमाम हाशमी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। असल में हिरासत में लिए गए अधिवक्ता 32 साल पुराने एक मर्डर केस के आरोपी थे। इस मामले में अधिवक्ता ने एक फॉर्म के जरिए अपनी व्यस्तता का हवाला देकर पेशी से छूट की बात कही थी। इसी बीच अधिवक्ता उसी न्यायालय में एक पैरवी के लिए पहुंचे, जिसपर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए उनको हिरासत में लेने का आदेश दे दिया।
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वायरल वीडियो पर अधिक जानकारी के लिए हमने ग्वालियर थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग से भी संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे को गलत बताते हुए कहा कि फिलहाल अधिवक्ता अनिल मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हमारी पड़ताल में मिले साक्ष्यों से स्पष्ट हो गया कि अनिल मिश्रा की गिरफ्तारी का दावा गलत है। वायरल हो रहा वीडियो बिहार के दरभंगा का है, जहां एक मामले में जज के आदेश पर एक वकील को पुलिस ने कोर्ट परिसर से हिरासत में लिया था।
Sources
YouTube Video by Voice of Darbhanga On June 20, 2025
YouTube Video by @mithilatopnews On June 20, 2025
YouTube Video by ABP News On June 21, 2025
Telephonic Conversation SHO Gwalior PS
Runjay Kumar
December 1, 2025
Salman
November 25, 2025
JP Tripathi
November 25, 2025