बीजेपी के दो पूर्व प्रवक्ताओं की तरफ से पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर कई इस्लामिक देश अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क पर हजारों लोगों का हुजूम देखा जा सकता है.
वीडियो को पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयानों वाले मामले से जोड़ा जा रहा है. कहा जा रहा है कि पैगंबर मोहम्मद के सम्मान के खातिर सऊदी अरब, ईरान, कतर, कुवैत, लीबिया, ओमान, अफगानिस्तान एक साथ खड़े हैं. इस कैप्शन के साथ यह वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर जमकर शेयर किया जा रहा है.
इस ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

दरअसल, कुछ दिनों पहले एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ एक विवादित टिप्पणी की थी. इसके बाद दिल्ली बीजेपी के पूर्व मीडिया सेल हेड नवीन जिंदल ने भी पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक भड़काऊ ट्वीट पोस्ट किया. दोनों के बयानों को लेकर भारत में विरोध चल रहा था. लेकिन मामले ने तूल तब पकड़ा, जब कई इस्लामिक देशों ने भी पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए गए बयानों की निंदा की. बवाल होने पर बीजेपी ने अपने दोनों प्रवक्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया. अभी तक यूएई, सऊदी अरब, कतर सहित कई इस्लामिक देश इस मामले पर अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं.
Fact Check/Verification
वीडियो के एक कीफ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर हमें 4 जनवरी 2021 का एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिला, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद है. यह पोस्ट उस समय किसी पाकिस्तानी यूजर ने शेयर किया था. वीडियो के साथ #chelam #molanakhadimrizvi #khadimhussainrizvi जैसे कुछ हैशटैग्स का इस्तेमाल किया गया है.
खोजने पर सामने आया कि उस समय और भी कई पाकिस्तानी यूजर्स ने इस वीडियो को शेयर किया था. एक व्यक्ति ने लिखा था कि वीडियो लाहौर का है और अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी के चेहलुम का है. चेहलुम एक मुस्लिम प्रथा/पर्व है, जिसे व्यक्ति की मृत्यु के 40 दिन बाद मनाया जाता है.
हमें पाकिस्तान न्यूज़ वेबसाइट्स की ऐसी कुछ खबरें भी मिलीं, जिनमें खादिम हुसैन रिजवी के चेहलुम के बारे में बताया गया है. इन खबरों में वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीरें देखी जा सकती हैं. खादिम हुसैन रिजवी पाकिस्तान के एक कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए लब्बाइक के संस्थापक थे, जिनका नवंबर 2020 में निधन हो गया था. उनके निधन के 40 दिन बाद लाहौर में एक जुलूस निकाला गया था. यह वीडियो उसी जुलूस का है. जनवरी 2021 में पाकिस्तान के कुछ वेरीफाइड यूट्यूब चैनल्स ने भी इस जुलूस के वीडियोज़ अपलोड किए थे. इन वीडियोज़ में भी वायरल वीडियो जैसे दृश्य देखे जा सकते हैं.
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Conclusion
हमारी पड़ताल में यह साबित हो जाता है कि वायरल वीडियो का बीजेपी प्रवक्ताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी वाले मामले से कोई संबंध नहीं है. वायरल वीडियो डेढ़ साल पुराना है और पाकिस्तान का है.
Result: False Context/False
Our Sources
Instagram Post of January 4, 2021
Report of Baghi TV, published on January 3, 2021
YouTube Video of Message TV, uploaded on January 4, 2021
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