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पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में नहीं लगे ‘मोदी-मोदी’ के नारे, 2020 का वीडियो एक बार फिर से हुआ वायरल

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim

यूक्रेन से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगे.

वायरल फेसबुक पोस्ट

Fact

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह वीडियो, पूर्व में भी वायरल हो चुका है. साल 2020 के अक्टूबर महीने में कई भारतीय मीडिया संस्थानों ने यह दावा किया था कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगे. हालांकि, Newschecker की पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया था. हमने अपनी पड़ताल के दौरान पाया कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा में सर्वसम्मति से ईशनिंदा (Blasphemy) के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करना चाहते थे, लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्यों ने उसी वक्त ‘वोटिंग-वोटिंग’ नारे लगाना शुरू कर दिया. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के कुछ सदस्यों द्वारा ‘वोटिंग-वोटिंग’ के इसी नारे को ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगने के नाम पर शेयर किया गया था.

पाकिस्तानी समाचार संस्थान Dawn ने भी अपने लेख में ‘वोटिंग-वोटिंग’ के नारे लगने की ही बात कही थी.

Dawn द्वारा प्रकाशित लेख का एक अंश

साल 2020 के इसी वीडियो को भारत द्वारा यूक्रेन से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने तथा पाकिस्तान द्वारा इस अभियान में शिथिलता बरतने के बाद, पाकिस्तान की असेंबली में ‘मोदी-मोदी’ के नारों के नाम पर शेयर किया जा रहा है. इस विषय पर Newschecker की पूरी पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

Result: Misleading Content/Partly False

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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