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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर में सोनिया गांधी बैठी हुई हैं और उनके ठीक पीछे किताबों की एक अलमारी दिख रही है। अलमारी में कुछ किताबें रखी हुई हैं। जिनमें से एक किताब पर लिखा हुआ है, ‘किस तरह से भारत को एक ईसाई देश बनाया जाए।’ इसी के साथ ‘बाइबिल’ की किताब भी रखी हुई है, साथ ही नीचे की तरफ जीसस की एक मूर्ति रखी हुई है।
तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये सोनिया गांधी का असली चेहरा है। फिर भी कुछ लोग इन्हें राजमाता बनाना चाहते हैं। कई लोग इस तस्वीर को शेयर कर लिख रहे हैं, “आप सभी हिन्दू भाई-बहन, घेरे में रखी गई किताब देखिए। सोनिया गांधी द्वारा हिंदू विरोधी धर्म परिवर्तन का खेल कैसे खेला जाता है, सोनिया गांधी के बगल में रखी किताब बयां कर रही है।”
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
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Fact Check/Verification
सच जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें 8 जनवरी 2020 को Hindustan Times द्वारा प्रकाशित एक लेख में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई। लेख में तस्वीर को प्रकाशित करते हुए लिखा गया है कि किसान आंदोलन और कोरोना वायरस के कारण देश के हालात को देखते हुए सोनिया गांधी इस साल अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगी। रिपोर्ट में प्रकाशित तस्वीर को गौर से देखने पर पता चला कि तस्वीर में सोनिया गांधी के पीछे जो किताबें रखी हुई है, वो दूसरी हैं। इतना ही नहीं, वहां पर ना तो ‘बाइबिल’ रखी हुई है और ना ही जीसस की मूर्ति।
प्राप्त जानकारी की सहायता से हमने कुछ कीवर्ड्स के जरिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ा एक ट्वीट Mumbai Youth Congress के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिला। मुंबई यूथ कांग्रेस ने सोनिया गांधी के एक वीडियो को ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने वायरल तस्वीर वाली हूबहू ड्रेस पहनी हुई थी। हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा, लेकिन हमें बुकशेल्फ (किताबों की आलमारी) में, ‘भारत को एक ईसाई देश बनाया जाए’ इस नाम की कोई किताब नहीं दिखाई दी।
वीडियो में बुकशेल्फ पर बाइबिल और जीसस की मूर्ति भी नजर नहीं आई। सर्च के दौरान हमें बुकशेल्फ के पास सोनिया गांधी की एक नहीं बल्कि कई वीडियोज मिली, जो अलग-अलग तारीख और समय पर अपलोड हुए थे। लेकिन किसी भी वीडियो में बुकशेल्फ में इस नाम की कोई बुक मौजूद नहीं थी।
आखिर में हमने सोनिया गांधी के वीडियो का एक स्क्रीनशॉट निकाला और उसकी तुलना वायरल तस्वीर से की। जिसके बाद ये साफ होता है कि वायरल तस्वीर को एडिट कर बनाया गया है। गौरतलब है कि, वायरल तस्वीर में एक किताब पर @noconversion नामक एक ट्वीटर हैंडल का नाम लिखा हुआ है। इसके बाद हमने इस पर रिसर्च की तो पाया कि इस ट्विटर हैंडल द्वारा ही वायरल तस्वीर को सबसे पहले शेयर किया गया है। जिसके बाद ये तस्वीर वायरल हो गई। लगभग सभी वायरल तस्वीरों में इस ट्विटर हैंडल का नाम लिखा हुआ है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए एडिट कर बनाया गया है। जिसे अब गलत दावे के साथ सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर तेजी से शेयर किया जा रहा है।
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Result: False
Claim Review: सोनिया गांधी की बुकशेल्फ में रखी है ईसाई धर्म परिवर्तन की किताब। Claimed By: Meena Das Narayan Fact Check: False |
Our Sources
Hindustan Times –https://www.hindustantimes.com/india-news/sonia-gandhi-not-to-celebrate-her-birthday-over-farmers-protests-covid-19/story-las7rP0QktZh2MLtTUE8dI.html
Twiiter –https://twitter.com/IYC_Mumbai/status/1321015800220663808
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