रविवार, दिसम्बर 22, 2024
रविवार, दिसम्बर 22, 2024

HomeFact Checkक्या महाराष्ट्र सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की...

क्या महाराष्ट्र सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर की जाती है?

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) की एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर की जाती है.

साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, जब शिवसेना (Shiv Sena) ने भाजपा (BJP) के साथ अपने दशकों पुराने गठबंधन को तोड़कर विपरीत विचारधारा वाली कांग्रेस (Congress) तथा एनसीपी (NCP) के साथ गठबंधन का ऐलान किया तो राजनैतिक जानकर अवाक रह गए थे. बहरहाल नए गठबंधन महाविकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) ने ना सिर्फ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में सरकार बनाई बल्कि राजनैतिक भविष्यवाणियों के इतर यह गठबंधन आज भी महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा आये दिन अपनी विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाती रहती है. सोशल मीडिया पर भी तमाम भाजपा समर्थक इसे लेकर शिवसेना प्रमुख को आड़े हाथों लेते रहते हैं.

इसी क्रम में, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर की जाती है. बता दें कि वायरल तस्वीर में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की पुत्री एवं सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) को देखा जा सकता है.

Fact Check/Verification

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर किये जाने के दावे के साथ शेयर किये जा रहे इस तस्वीर की पड़ताल के लिए, हमने मराठी भाषा में कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें esakal.com द्वारा 8 दिसंबर, 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई. उक्त रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि 94वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मलेन का आयोजन नासिक में हुआ, जहां सम्मलेन के अध्यक्ष डॉ जयंत नार्लीकर की अनुपस्थिति में उनके लिए निर्धारित स्थान पर उनकी तस्वीर रखी गई थी. बता दें कि सकाल द्वारा प्रकाशित उक्त रिपोर्ट में हमें कहीं भी सांसद सुप्रिया सुले या मंत्री जितेंद्र आव्हाड की मौजूदगी या कुरान की आयते पढ़े जाने से संबंधित कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई.

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर की जाती है.
सकाल द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट का एक अंश

कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर खोजने के दौरान हमें DNA Marathi नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा उक्त कार्यक्रम का पूरा वीडियो भी प्राप्त हुआ. गौरतलब है कि पूरे वीडियो में हमें कोई भी ऐसा दृश्य नहीं दिखा, जिससे कुरान की आयतें पढ़े जाने के दावे की पुष्टि की जा सके.

सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) की मौजूदगी में सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़ें जाने के संबंध में शेयर की जा रही इस तस्वीर के बारे में अधिक जानकारी के लिए, हमने सुप्रिया सुले के निजी सचिव (Personal Secretary) रश्मि कामतेकर (Rashmi Kamtekar) से बात की. रश्मि कामतेकर ने हमें बताया कि नासिक में आयोजित 94वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मलेन में, सुप्रिया सुले मौजूद नहीं थीं. रश्मि ने हमें यह भी बताया कि वायरल तस्वीर असल में इसी साल 4 दिसंबर को मुंबई के सायन में शमीन खान के पुत्र समीर खान के निकाह की है.

रश्मि कामतेकर से बातचीत के दौरान मिली जानकारी के आधार पर हमने सुप्रिया सुले के फेसबुक पेज को खंगाला, जहां हमें उनके द्वारा 4 दिसंबर को शेयर किया गया एक लाइव वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमे वायरल तस्वीर का असल आशय देखा जा सकता है.

बता दें कि उक्त लाइव वीडियो में 38 सेकंड के बाद काजी द्वारा दुआ पढ़ते समय सांसद सुप्रिया सुले तथा मंत्री जितेंद्र आव्हाड दोनों को ही दुआ पढ़ते देखा जा सकता है.

सुप्रिया सुले द्वारा शेयर किये गए लाइव वीडियो का एक दृश्य

यह फैक्ट चेक रिपोर्ट Newschecker द्वारा मराठी भाषा में भी प्रकाशित किया गया है, जिसे यहां पढ़ा जा सकता है.

Conclusion 

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार द्वारा अब साहित्य सम्मेलनों की शुरुआत सरस्वती वंदना की जगह कुरान की आयतें पढ़कर किये जाने का यह दावा भ्रामक है. असल में सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) की यह तस्वीर, किसी साहित्य सम्मलेन की नहीं बल्कि एक निकाह समारोह की है.

Result: Misleading

Our Sources

DNA Marathi: https://www.youtube.com/watch?v=UbVEKoceKW4&t=2469s

esakal.com: https://www.esakal.com/maharashtra/marathi-sahitya-sammelan-2021-inaugration-jayant-narlikar-sketch-in-chair-ssy93

Supriya Sule’ facebook: https://www.facebook.com/watch/live/?ref=watch_permalink&v=3083285855282863

Source Contact

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Most Popular