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तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के बाद देश में अफरा तफरी का माहौल है। वहां के लोग जल्द से जल्द अफगानिस्तान को छोड़ना चाहते हैं। गौरतलब है कि वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया। ऐसा भी कहा जा रहा है कि तालिबान की इस जीत में पाकिस्तान का भी हाथ है। बता दें कि दो दशक पहले भी अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्ज़ा किया था, उस समय भी उसे पाकिस्तान का पूरा समर्थन मिला हुआ था।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक गुम्बद नुमा ऊंची इमारत की एक तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में दिख रही इमारत में आग लगने की वज़ह से धुआं उठ रहा है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है, ‘पाकिस्तान में तालिबानियों की मदद से पहली मस्जिद अंतरिक्ष में लॉन्च की गई है। बधाइयां रुकनी नहीं चाहिए।’ अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्ज़ा किए जाने के बाद से सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसको हालिया घटनाक्रम का बताकर शेयर किया जा रहा है। हमारी टीम ने ऐसे कई फे़क दावों की पड़ताल की है, जिसको यहां, यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।
आर्टिकल लिखे जाने तक उपरोक्त ट्वीट को 525 से ज्यादा लोग रिट्वीट और 2 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं।
देखा जा सकता है कि इस दावे को फेसबुक और ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है।
हमारे आधिकारिक WhatsApp नंबर (9999499044) पर भी वायरल दावे की सत्यता जानने की अपील की गई थी।
Crowd Tangle टूल पर किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि वायरल दावे को सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर का सच जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Reverse Image Search की मदद से खोजने पर हमें 7 जुलाई, 2014 को The Times UK और News.artnet.com द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई 2014 में इराक की कुछ प्राचीन शिया मस्जिदों को ISIS आतंकी संगठन द्वारा बम से तबाह कर दिया गया था। जिन इलाकों में मस्जिदों को तबाह किया गया था, वे सभी इलाके इस्लामिक स्टेट के कब्ज़े में आते थे।
अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर खोजने के दौरान 7 जुलाई, 2014 को Daily Mail द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक, वायरल तस्वीर इराक के मोसुल (Mosul) शहर की है। जुलाई 2014 में उस दौरान ISIS के आतंकी संगठन द्वारा इराकी शहर में एक दर्ज़न से अधिक मस्जिदों को बम से नष्ट किया गया था। ये सभी मस्जिदें जिन इलाकों में स्थित थीं, वे सभी इलाके इस्लामिक स्टेट के कब्ज़े में आते थे। बतौर रिपोर्ट्स, वायरल तस्वीर में नज़र आ रही मस्जिद का नाम ‘शिया अल-कब्बा हुसैनिया’ (Shia Al-Qubba Husseiniya Mosque) है, जो मोसुल (Mosul) में स्थित है।
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Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि इराक की वर्षों पुरानी तस्वीर को पाकिस्तान का बताकर शेयर किया जा रहा है। यह तस्वीर इराक के एक मस्जिद की है, जिसे जुलाई 2014 में ISIS ने बम से तबाह कर दिया था।
Result: False
Our Sources
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