Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक फौजी का वीडियो वायरल है। इसमें सेना की वर्दी में एक जवान जिंदगी और मौत की सीख दे रहा है। इस वीडियो के साथ एक फोटो भी वायरल है, जिसमें एक व्यक्ति के शव पर फूल माला रखा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही जीवन जीने की सीख देने वाले इस फौजी की मौत हो गई है।
फेसबुक पर कई यूजर्स ने वायरल वीडियो शेयर कर दावा किया कि वीडियो में नज़र आ रहे जवान की मौत हो गई है।
ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने वायरल वीडियो को शेयर कर दावा किया कि जियो और जीने दो का संदेश देने वाले जवान का निधन हो गया।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने वायरल तस्वीर को Yandex की मदद से रिवर्स सर्च किया। हमें Balswa Marwadi नामक यूट्यूब चैनल द्वारा 30 सितंबर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। वीडियो के अनुसार, सैन्य सम्मान के साथ शहीद राजेन्द्र सिंह का अंतिम संस्कार हुआ। इस वीडियो में वायरल वीडियो के साथ मौजूद तस्वीर के एक हिस्से को देखा जा सकता है।
हमने इससे सहायता लेते हुए कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया। हमें News18 द्वारा 30 सितंबर 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, जैसलमेर के राजेन्द्र सिंह का पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वे जम्मू-कश्मीर में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।
इसके अलावा, हमने ‘राजेन्द्र सिंह जैसलमेर अंतिम संस्कार’ कीवर्ड को फेसबुक पर खोजा। हमें Jaisalmer Media नामक पेज पर 30 सितंबर 2019 का एक पोस्ट मिला। पोस्ट के अनुसार, जैसलमेर के मोहनगढ़ के निवासी राजेंद्र सिंह जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। इस पोस्ट में वही तस्वीर मौजूद है, जो अभी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
इससे स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर शहीद राजेन्द्र प्रसाद की है, जिनका अंतिम संस्कार 30 सितंबर 2019 को किया जा चुका है। अब हमने वायरल वीडियो की पड़ताल शुरू की। इसके लिए ‘Jiyo aur jeene do’ कीवर्ड को को फेसबुक पर खोजा। इस कड़ी में हमें Raja Sahini Raja नामक यूजर द्वारा अपलोड किया गया एक फेसबुक वीडियो मिला। इसमें वायरल वीडियो का हिस्सा मौजूद है। वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें @Belakoba का वाटरमार्क देखा, जिसे हमने फेसबुक पर खोजा। हमें फेसबुक पर Belakoba नामक पेज द्वारा 19 अगस्त को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो में वही वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है।
इसके बाद हमने इस पेज के एडमिन अनुपम कुमार रॉय से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। वीडियो में जीवन जीने की सीख देने वाले जवान का नाम वीरेंद्र सिंह हैं और वे जीवित हैं। फेसबुक पर उनकी आईडी Virat Singh के नाम से है। उनका ये वीडियो 15 अगस्त को भारत-बांग्लादेश के बॉर्डर पर शूट किया गया था, जिसे प्रोसनजीत नाम के एक अन्य यूट्यूबर ने रिकॉर्ड किया था। वहां कई और भी यूट्यूबर ने वीडियो बनाया था। लेकिन तब ये उतना वायरल नहीं था। हमारी टीम ने वीडियो को देखा तो इसकी एक क्लिप को काटकर इसमें ‘जियो और जीने दो’ लाइन लगाकर शेयर कर दिया।”
चूंकि वीरेंद्र सिंह की फेसबुक प्रोफाइल लॉक है इसलिए हम उनकी प्रोफाइल एक्सेस नहीं कर सके। अनुपम कुमार रॉय ने हमारे साथ वीरेंद्र सिंह की प्रोफाइल के कुछ पोस्ट शेयर किए, जिसके अनुसार वीरेंद्र सिंह ने एक पोस्ट शेयर कर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे का खंडन किया है।
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इसके अलावा, हमने वायरल दावे की पुष्टि के लिए कोलकाता स्थित BSF ऑफिस में संपर्क किया। वहां मौजूद एक अधिकारी ने हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। वीडियो में नज़र आ रहा जवान एकदम सुरक्षित है और पश्चिम बंगाल की दक्षिणी सीमा पर तैनात है। ”
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि सोशल मीडिया पर सेना के जवान का यह वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: False
Our Sources
Youtube Video by Balswa Marwadi on September 30, 2019
Report Published by News18 on September 30, 2019
Facebook Post by Jaislmer Media on September 30, 2019
Facebook Post by Raja Sahini Raja on August 25, 2022
Facebook Post by Belakoba on August 25, 2022
Facebook Post by Virat Singh
Conversation With BSF Kolkata
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