सोशल मीडिया पर आये दिन फेक खबरों की भरमार रहती है। देश-दुनिया में घटित होने वाली किसी भी बड़ी घटना को लेकर अक्सर यूजर कई गलत जानकारियां शेयर करते रहते हैं। कमोवेश इन्हीं गलत जानकारियों की वजह से कई बार समाज पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। हमारी टीम ने इस सप्ताह ऐसी ही कई फेक खबरों की पड़ताल करते हुए उनका सच दुनिया के सामने रखा है।

पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थन्बर्ग की फोटोशॉप्ड तस्वीर गलत दावे के साथ हुई वायरल
सोशल मीडिया पर जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थन्बर्ग की तस्वीर वायरल हो गई। तस्वीर में उन्हें भोजन करते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर में उनके भोजन की तरफ कुछ बच्चे देखते हुए नजर आ रहे हैं। दावा किया गया कि उन्होंने गरीब बच्चों को अनदेखा करते हुए खाना खाया। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल हुई तस्वीर फोटोशॉप्ड है।

क्या यूपी पुलिस ने सूबे में शुरू किया एक महीने का मास्क चेकिंग अभियान?
सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट के साथ यह दावा किया गया था कि कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए यूपी पुलिस ने थानावार चेकिंग का अभियान शुरू किया है। यह अभियान अगले एक महीने तक चलने का दावा किया गया था। हमारी पड़ताल में वायरल दावा फेक साबित हुआ।

क्या पैंगोंग झील के किनारे सेना ने ध्वस्त किए चीनी बंकर?
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के साथ दावा किया गया था कि सीमा से पीछे हटती चीन सेना के बंकर को भारतीय सैन्य टुकड़ी ने ध्वस्त कर दिया है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल दावा भ्रामक है।

क्या कोरोनिल दवा को WHO ने दी मंजूरी?
सोशल मीडिया सहित कई मीडिया संस्थानों ने दावा किया था कि पतंजलि की कोरोनिल दवा को WHO ने मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि कोरोनिल दवा को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। असल में पतंजलि ने दावा किया था कि यह कोरोना की एक असरदार दवा है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।

क्या अरविन्द केजरीवाल ने गुजरातियों को दी धमकी?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुजरातियों को धमकी दी है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल हुई वीडियो एडिटेड है।
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: [email protected]