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कोरोना की दूसरी लहर ने देश को बेहाल कर रखा है। जितनी तेजी से देश में कोरोना वायरस बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का दायरा भी बढ़ा है। कहीं पर घरेलू नुस्खों के जरिए कोरोना को ठीक करने के दावे किए गए तो कहीं डॉक्टर द्वारा दिए गए एडवाइजरी के फर्जी पर्चे वायरल हो रहे हैं। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा भी काफी सुर्खियों में रही। पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर कई फर्जी तस्वीरें और वीडियोज शेयर किए गए। हमारी टीम ने इस हफ्ते ऐसे ही कई फेक दावों का फैक्ट चेक किया है।
क्या दिवंगत पत्रकार रोहित सरदाना के अंतिम समय का है ये वायरल वीडियो?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक शख्स सरकार की आलोचना करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाता हुआ नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो आज तक के मशहूर एंकर और वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना के निधन से पहले का है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल दावा भ्रामक है।
क्या ममता बनर्जी की जीत के बाद TMC कार्यकर्ताओं के जश्न का है यह वायरल वीडियो?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा। जिसमें कुछ लोग हाथ में तलवार और बंदूक लिए, ‘खेला होबे’ गाने पर नाचते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया है कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद का है। जहां पर लोगों द्वारा बंदूक और तलवार के साथ जश्न मनाया गया। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा गलत है।
भाजपा ने India Today के पत्रकार की तस्वीर को मृत भाजपा कार्यकर्ता बताकर किया शेयर
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा में Manik Moitra नामक एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है. जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा गलत है।
क्या नींबू के रस की कुछ बूंदों को नाक में डालने से कोरोना संक्रमण खत्म हो जाता है? जानें वायरल दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर लोग कोरोना वायरस को मात देने के लिए कई घरेलू नुस्खों के बारे में बता रहे हैं। इनमें से व्हाट्सएप (WhatsApp) पर एक दावा काफी शेयर किया जा रहा है। शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा किया जा रहा है कि नींबू के रस की कुछ बूंदों को नाक में डालने से घातक कोरोना वायरस संक्रमण को खत्म किया जा सकता है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल दावा गलत है।
नानावती अस्पताल के डॉक्टर द्वारा नहीं सुझाई गई है घरेलू उपचारों की यह सूची
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक तस्वीर के साथ दावा किया गया कि नानावती अस्पताल के डॉक्टर लिमये ने कोरोना वायरस से बचाव के उपाय बताये हैं। जिन्हें फॉलो करके लोग कोरोना वायरस से बचाव कर सकते हैं। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल हुआ पर्चा फेक है।
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