Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
सोशल मीडिया पर इस हफ़्ते बच्चा चोरी को लेकर कई वीडियो तेजी से वायरल होते देखे गए। एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि वाराणसी में कुछ साधुओं ने बच्चों को मारकर उनकी किडनियां बेच दीं। इस सप्ताह बॉलीवुड कलाकारों को लेकर भी कई फेक दावे शेयर किए गए। बीबीसी हिंदी के एक कथित पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि अनिल कपूर सहित कई कलाकारों ने करोड़ों रुपए दान करते हुए पाकिस्तानी बाढ़ पीड़ितों की मदद की है। एशिया कप को लेकर भी कई फर्जी दावे तेजी से वायरल होते देखे गए। इसी तरह कई अन्य मामलों पर सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा शेयर किए गए फर्जी दावों का फैक्ट चेक, हमारी इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।
क्या वाराणसी में बच्चों की किडनी बेचते पकड़े गए साधु?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि वाराणसी में कुछ साधु बच्चों को मारकर उनकी किडनी बेच रहे थे। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या अनिल कपूर समेत कई कलाकारों ने पाकिस्तानी बाढ़ पीड़ितों को दिए करोड़ों रुपए?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया गया कि आलिया भट्ट, करण जौहर, रणबीर कपूर और अनिल कपूर जैसे बॉलीवुड सितारों ने पाकिस्तानी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए करोड़ों रुपये दान किए हैं। हमारी पड़ताल में पता चला कि बीबीसी हिंदी के नाम पर फर्जी पोस्ट शेयर की गई थी। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
यूपी के एक सरकारी स्कूल के निर्माण को लेकर फैलाया गया भ्रम
सोशल मीडिया यूजर्स ने एक स्कूल की कुछ तस्वीरों को शेयर कर दावा किया कि यह यूपी का एक सरकारी स्कूल है, जो योगी सरकार के कार्यकाल में बना है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
एशिया कप में पाकिस्तान के हाथों भारत के हारने के बाद पुराना वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि एशिया कप में पाकिस्तान की जीत के बाद कश्मीर में जश्न मनाया गया. हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
यूपी के सरकारी स्कूलों में मिल रहे ‘मिड डे मील’ के बारे में शेयर की गई भ्रामक जानकारी
सोशल मीडिया पर जालौन के प्राथमिक स्कूल की तस्वीर वायरल हो गई, जिसमें एक छात्र हाथ में खाने की थाली लिए नज़र आ रहा है। इस थाली में पनीर की सब्जी, पूरी, आईसक्रीम और सेब देखा जा सकता है। दावा किया गया कि प्रदेश के सभी प्राथमिक विद्यालयों में इस तरह का ‘मिड डे मील’ दिया जा रहा है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.