Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Fact Check
सोशल मीडिया जगत में बीते हफ्ते कतर में शुरू हुए फीफा वर्ल्ड कप को लेकर कई भ्रामक दावे किए गए. स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बारे में कहा जाने लगा कि उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया है. वहीं विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के एक पुराने वीडियो को फीफा से जोड़ा गया. इसके अलावा, गुजरात चुनाव के मद्देनजर भी फेक न्यूज़ शेयर की गईं. आइए जानते हैं इस हफ्ते के टॉप 5 फैक्ट चेक.
हफ्ते की शुरुआत हुई भारत में आतंकी गतिविधियों के आरोपी और भगोड़े जाकिर नाइक के एक वीडियो से. दावा हुआ कि नाइक ने फीफा वर्ल्ड कप के दौरान चार लोगों को इस्लाम कबूल करवाया. लेकिन जब हमने पड़ताल की तो वीडियो 2016 का निकला. हालांकि, फीफा वर्ल्ड कप में जाकिर नाइक को आमंत्रण मिलने की खबरें जरूर आई हैं. पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस की हलचल के बीच दावा किया जाने लगा कि मथुरा में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है, जिसमें एक मुस्लिम ने अपनी हिंदू प्रेमिका को मार डाला. दावा गलत निकला क्योंकि यह मामला ऑनर किलिंग का था, जिसमें आयुषी यादव नाम की एक लड़की की उसके पिता नितेश यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
इस हफ्ते महात्मा गांधी को लेकर भी गलत जानकारी वायरल हुई. उनकी एक ब्लैक एंड वाइट तस्वीर के साथ लोग दावा करने लगे कि अंग्रेजों ने गुजरात में सबसे पहला टेलीफोन साबरमती आश्रम में गांधी जी के लिए लगवाया था, जिससे वह अंग्रेजों से बात कर सकें. जब हमने खोजा तो फोटो महाराष्ट्र के वर्धा के सेवाग्राम आश्रम की निकली. साथ ही, गुजरात में पहला टेलीफोन 1897 में आया था. इसका गांधी जी से कोई संबंध नहीं था. पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
फीफा से जुड़ा एक अन्य भ्रामक पोस्ट भी ट्विटर और फेसबुक पर काफी चर्चा में आया. पुर्तगाल फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की तीन तस्वीरें वायरल हुईं और दावा हुआ कि कतर में उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया. तस्वीरों की जांच करने पर सामने आया कि तीनों तस्वीरें सालों पुरानी हैं और इनका कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप से कोई संबंध नहीं है. पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
गुजरात में कुछ ही दिनों बाद वोट डाले जाने हैं. इससे पहले सोशल मीडिया पर बड़े नेताओं की रैलियों में भीड़ जुटने को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. इनमें से एक दावा राहुल गांधी की राजकोट रैली को लेकर किया गया. कुछ लोग एक वीडियो शेयर करके दावा करने लगे कि राजकोट में राहुल गांधी ने खाली कुर्सियों को संबोधित किया. लेकिन जब न्यूज़चेकर ने पड़ताल की तो पता चला कि रैली में अच्छी खासी भीड़ मौजूद थी और वायरल वीडियो संभवतः रैली शुरू होने के पहले का है. पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
JP Tripathi
December 28, 2024
Saurabh Pandey
January 10, 2024
Preeti Chauhan
October 2, 2023