गुरूवार, अप्रैल 25, 2024
गुरूवार, अप्रैल 25, 2024

होमहिंदीकेशव मौर्या के भतीजे ने नहीं की ट्रक चालक से मारपीट, गलत...

केशव मौर्या के भतीजे ने नहीं की ट्रक चालक से मारपीट, गलत दावे के साथ कश्मीर का पुराना वीडियो हुआ वायरल

Authors

Claim

इलाहाबाद मे उप मुख्यमंत्री केशव मोर्या के भतीजे ने ट्रक चालक की पगड़ी उतारकर बेरहमी से पीटा।

Verification

सोशल मीडिया में एक सिख ट्रक ड्राइवर की एक व्यक्ति द्वारा सरेआम पिटाई की वीडियो वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि ड्राइवर की पिटाई करने वाला शख्स उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का भतीजा है। दावे मुताबिक ड्राइवर ने कहा जितना मारना है मार लो पर मेरे बाल ना खोलो लेकिन सत्ता के नशे मे चूर नेता ने बाल पकड़ कर घसीट-घसीट कर मारा।

वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स सरेआम ड्राइवर की पिटाई करता है। उसके बाल हाथ में पकड़कर उसे खींचता है। उसके द्वारा बार- बार बिनती करने के बावजूद हाथ में लाठी लेकर पिटाई करता है। हमनें वायरल वीडियो को लेकर पड़ताल शुरू की। गूगल में Sikh Truck Driver Beaten by UP deputy cm’s nephew इन कीवर्डस की मदद से खोज की। हमें युट्यूब पर दो साल पहले यानि 22अक्टूबर 2017 को इसी दावे के साथ अपलोड किया गया वीडियो मिला।

वहीं हमें 26 अक्टूबर 2017 को नवभारत टाइम्स में छपी खबर मिली। खबर में कहा गया था कि वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा शख्स उप मुख्यमंत्री केशव मोर्य प्रसाद मौर्या का भतीजा नहीं है। खबर के मुताबिक यह वीडियो एक साल पहले 2016 में सोशल मीडिया में इसी दावे के साथ वायरल हुआ था। कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर फेसबुक पर एक पोस्ट मिली जिसमें यह वीडियो शेयर किया गया था।

वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था कि वाणी गुप्ता को कल रात अखनूर पुलिस स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 323, 295, और 307 के तहत मामला दर्ज किया है। धन्यवाद डीजीपी, जम्मू-कश्मीर। 

इस पोस्ट से पता चला कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर का है। हमनें vani gupta arrested by akhnoor police इस कीवर्डस के जरिए गूगल में खोज की तो हमें डेली सिख अपडेट की खबर मिली जिसमें लिखा गया था कि युवक की पिटाई करने वाले वाणी गुप्ता को पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार कर लिया था।

हमारी पड़ताल में वायरल हो रहा दावा गलत साबित हुआ।

Tools Used

  • Twitter Advance Search
  • Google keywords Search
  • Facebook Search 

Result

False

Authors

After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular