Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim
जुर्म सिर्फ इतना है कि लड़की दलित समाज की थी। किसी बड़े जाति के खेत में शौच करने गयी थी। आख़िर समाज से कब जाति भेद भाव ख़त्म होगा
आख़िर महिलाओं पर अत्याचार कब बंद होगा ?यह जहाँ की भी घटना है Police को तुरंत करवायी कर इन सबको सलाखों के पीछे भेजे।जुर्म सिर्फ इतना है कि लड़की दलित समाज की थी।किसी बड़े जाति के खेत में शौच करने गयी थी। [Watsup message के अनुसार] आख़िर समाज से कब जाति भेद भाव ख़त्म होगा। pic.twitter.com/v8Uyjz83Ip
— Yogita Bhayana योगिता भयाना (@yogitabhayana) October 9, 2019
Verification
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि एक दलित लड़की शौच के लिए किसी बड़ी(ऊंची) जाति के व्यक्ति के खेत में गई थी जिसके बाद उसे बहुत ही निर्ममता से पीटा गया साथ ही साथ वायरल पोस्ट में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और जातिगत आधार पर किए जा रहे भेदभाव को भी बंद करने की अपील की गई है। बताते चलें कि इस वीडियो को हजारों बार लाइक और रीट्वीट किया गया है। इस खबर को दिल्ली की विधायक अलका लाम्बा तथा समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता ने भी कोट किया है। बता दें दोनों ही हैंडल ट्विटर द्वारा सत्यापित हैं।
कोई गिन सकता है इनमें कितने मर्द हैं????
एक निहत्थी पर हमला.. समाज का क्रूर चेहरा… महिलाओं की आजादी पर हमला.. कानून भी लाचार है इन गुंडों के सामने…
#betibachao #बेटी_बचाओ https://t.co/1vjkP8Z1Y7— Alka Lamba – अलका लाम्बा (@LambaAlka) October 10, 2019
इनमें से एक के ग़मचे पर “जय श्री राम” लिखा है।
ऐसे नीच इस बच्ची के साथ साथ हमारे धर्म का चीर हरण भी कर रहे हैं। https://t.co/gFjRtr1xtN
— Anil Yadav (@anil100y) October 10, 2019
इस वीडियो की पड़ताल के पहले चरण में हमनें वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर गूगल सर्च किया। पहली बार कीफ्रेम्स के साथ गूगल सर्च करने पर हमें कोई भी परिणाम प्राप्त नहीं हुआ।
फिर हमने पोस्ट में किए जा रहे दावे के मुताबिक “Dalit Girl Beaten” कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च किया तो वीडियो की सच्चाई परत दर परत खुलने लगी।
गूगल सर्च के दौरान हमें वीडियो के कीफ्रेम से मिलती जुलती एक तस्वीर मिली जो कि AssamLawyers नामक एक पोर्टल पर प्रकाशित की गई थी। साथ ही साथ हमें The Hindu में प्रकाशित एक लेख मिला जिसमे वीडियो के एक कीफ्रेम का प्रयोग कर बताया गया है कि कैसे मध्य प्रदेश में एक आदिवासी लड़की को दलित लड़के के साथ भागने के लिए बर्बरता से पीटा गया।
अब हमारे हाथ में पूरी खबर लग चुकी थी लेकिन अब भी किसी विश्वसनीय लेख में वीडियो की मौजूदगी ना मिल पाने के कारण हमने अपनी पड़ताल जारी रखी। अब चूंकि हमें यह पता चल चुका था कि यह मामला मध्य प्रदेश के धार का है तथा लड़की को किसी के खेत में शौच करने की वजह से नहीं बल्कि ‘दलित’ बिरादरी के एक युवक के साथ भाग जाने के कारण बर्बरता से पीटा गया इसलिए हमने ‘धार में दलित युवक के साथ भागने की वजह से आदिवासी महिला की पिटाई” कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया जिसके बाद हमें इस घटना के संबंध में और अधिक जानकारी मिली।
इसी दौरान हमें NDTV के यूट्यूब चैनल पर हूबहू यही वीडियो मिला तथा वीडियो के पीछे की सारी सच्चाई हमें पता चल गई।
यही मामला इसी सााल जून में प्रकाश में आया था। दरअसल, आदिवासी समाज की एक लड़की गांव के एक दलित युवक से साथ भाग गई थी। उसके परिजनों को ये नागवार गुजरा, उन्होंने उससे कहा कि उसकी शादी भीलाला समाज के युवक के साथ तय की जाएगी लेकिन उसके इनकार करने पर उसके साथ मारपीट की गई। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस ने यह साफ़ किया है कि वीडियो में लड़की को निर्ममता से पीट रहे लोग उसके परिजन हैं जिन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है।
यूपी पुलिस के वायरल फैक्ट चेक हैंडल से किया गया एक ट्वीट भा हमें मिला जिसमें ऐसे ही एक दावे को कोट कर यह बताया गया है कि उक्त घटना धार की है तथा इसके संबंध में विधिक कार्यवाही की जा चुकी है।
इस घटना का सम्बन्ध उत्तर प्रदेश से नहीं है | घटना मध्य प्रदेश के धार जनपद के थाना बाग की है, जिसमे स्थानीय पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा चुकी है | https://t.co/cOR9rZx8MW
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) June 30, 2019
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो गया कि लड़की को किसी के खेत में शौच करने की वजह से नहीं बल्कि दलित समुदाय के एक युवक के साथ प्रेम संबंध की वजह से पीटा गया तथा पीटने वाले कोई ऊंची जाति के या बाहरी लोग नहीं बल्कि उसके परिजन थे।
Tools Used
- Google Search
- Reverse Image Search
- Awesome Screenshot
- Twitter Advanced Search
Result: Misleading
Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.