Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.
Claim
सउदी अरब के एक मौलवी ने जारी किया फतवा: आदमी अगर भूखा है तो अपनी पत्नी को खा सकता है
Wahabi madrassas
Jihad justifying Imams
Mad Mujahideen mullahsTop Saudi Sheikh issues bizarre fatwa allowing Muslim men to EAT their wives if they are hungry
https://t.co/LbXUNC58hh— Swadeshi Vichar (@SwadeshiVichar1) July 14, 2019
Verification
सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक ख़बर वायरल हो रही है जिसमें कहा जा रहा है कि सउदी के एक मौलवी ने फतवा जारी किया है कि कोई पति अगर भूखा है तो वो अपनी पत्नी को खा सकता है। इस ख़बर पर भरोसा करना थोड़ा मुश्किल होता अगर कई बड़े मीडिया संस्थानों ने इसे छापा न होता। सोशल मीडिया पर लोग इस खबर को Mirror और IndiaToday के हवाले से पोस्ट कर रहे हैं।
Someone hungry? But you must be muslim and be married with a maximum of wives! https://t.co/IFJgAaxJQY
— Maurice Rosenthal (@MauriceRosent) July 17, 2019
Men can eat their wives if severely hungry, says top Saudi Sheikh’s fatwa https://t.co/g46wUW9t5a
— Chowkidar DVD_VKSJ (@DVD_VKSJ1) July 19, 2019
Girls in love for heaven’s sake, please use a private agency to ensure he is not from this cannibalistic society.
Top Saudi Sheikh issues bizarre fatwa allowing men to EAT their wives if they are hungry – World News – Mirror Online https://t.co/pjnuQ6OcHs
— ProfMKay (@ProfMKay) July 14, 2019
गूगल की मदद से पता चला कि शेयर की जा रही ये ख़बर दरअसल 2015 की है, जिस IndiaToday के लेख को शेयर कर इस दावे को फैलाया जा रहा है। 2015 में उसका ये लेख Mirror के हवाले से लिखा गया था। Mirror को सूत्र बता कर भारत के भी कई मीडिया संस्थानों ने इस खबर को छापा था।
हालांकि अब Mirror की वेबसाइट से ये लेख हटा लिया गया है।
खबर को ढूंढने के दौरान हमें अप्रैल 2015 में सउदी के न्यूज़ चैनल अल अरेबिया की वेबसाइट पर छपा एक लेख मिला जिसके मुताबिक सउदी के मुफ्ती शेख अब्दुलाज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह अल शेख ने इस तरह के किसी भी फतवे को जारी किए जाने की ख़बर को सिरे से नकार दिया है। लेख में आगे लिखा गया है कि पिछले दिनों ईरानी समर्थक मीडिया संस्थानों Al Allam और लेबनानी tayyar.org की वेबसाइट पर ये खबर बिना किसी सबूत के छापी गई थी। वहीं शेख ने सउदी प्रेस एजेंसी को दिए अपने बयान में कहा कि दुश्मनों द्वारा इस तरह की ख़बरें फैलाई जा रही हैं ताकि समाज को गुमराह किया जा सके।
वहीं CNN Arabic के मुताबिक ये खब़र मोरक्को के एक ब्लॉगर के व्यंग से ली गई थी।
Tools Used
- Google Search
- Google Translate
Result- Fake
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Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.