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कश्मीर की 2017 की तस्वीरें गलत दावों के साथ हो रही हैं वायरल

Claim

आप सभी दोस्तों से गुजारिश है कि आज जूमआ नमाज़ में हमारें कश्मीरी भाई, बहनों के लिए दिल से दुआ करें, “अल्लाहउन्हें जालिमों के जुल्म से और हर तकलीफ से जल्द निज़ात दें या अल्लाह। हमें जालिमों की जुल्म से निज़ात दे दे, आमीन।

अस्सलामु अलैकूम दोस्तों

आप सभी दोस्तों से गुज़ारिश है कि, आज जूमआ कि नमाज़ में हमारें कश्मीरी भाई, बहनों के लिए दिल से दुआ करें ~

अल्लाह उन्हें जालिमों की ज़ुल्म से और हर तकलीफ़ से जल्द से जल्द निज़ात दे, या अल्लाह हमें जालिमों की ज़ुल्म से निज़ात दे दे, आमीन pic.twitter.com/qOcC8JQ0fb

صِدیْـʍɑɑͷـقْی (@itsAmmu) August 30, 2019

Verification

ट्विटर पर एक बच्चे की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि कश्मीर में किस तरह लोग बुरे हालात में हैं। बीते कुछ दिनों में कश्मीर से जुड़ी कई फेक ख़बरें सोशल मीडिया पर शेयर हो रही हैं। अब इस बच्चे की तस्वीर को वायरल किया गया है।

अस्सलामु अलैकूम दोस्तों

आप सभी दोस्तों से गुज़ारिश है कि, आज जूमआ कि नमाज़ में हमारें कश्मीरी भाई, बहनों के लिए दिल से दुआ करें ~

अल्लाह उन्हें जालिमों की ज़ुल्म से और हर तकलीफ़ से जल्द से जल्द निज़ात दे, या अल्लाह हमें जालिमों की ज़ुल्म से निज़ात दे दे, आमीन pic.twitter.com/qOcC8JQ0fb

صِدیْـʍɑɑͷـقْی (@itsAmmu) August 30, 2019

इस तस्वीर को इंटरनेट पर खंगालने पर हमें इससे संबंधित कई परिणाम मिले जिनको आप नीचे देख सकते हैं।

Hindustan Times के लेख से हमें जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर 2 साल पुरानी यानि मार्च 2017 की है जिसको अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल तस्वीर में दिख रहे बच्चे का नाम बुरहान फैयाज़ है। बुरहान की ये तस्वीर पुलवामा में हुई एक मुठभेड़ मारे गए उसके दोस्त आमिर नज़ीर के अंतिम संस्कार की है। तस्वीर को हिंदुस्तान टाइम्स के ही एक कैमरामैन द्वारा खिंचा गया था। वहीं अन्य वायरल तस्वीर में कुछ महिलाओं को रोते हुए देखा जा सकता है।The Guardian के लेख की मदद से हमें जानकारी मिली कि रोती हुई महिलाओं की ये तस्वीर भी 2017 की है। कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों द्वारा पुलिस पर हमला किया गया था जिसमें 6 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी। ये तस्वीर एसोसिएटेड प्रेस के फोटोग्राफर ने तब ली जब पुलिसकर्मी अहमद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा।

हमारी पड़ताल ने वायरल तस्वीर को 2 साल पुराना पाया है। लोगों को भ्रमित करने के लिए वायरल तस्वीर को गलत दावों के साथ अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है।

Tools Used

  • Google Image Reverse Search
  • Yandex

Result: Misleading

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