Authors
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
यातील शेवट हा हृदय हेलवणारा आहे.
हम यहां बैठकर.. व्हाट्सएप और फेसबुक पर.. *कोरोना वायरस* का मजाक उड़ाने में लगे हुए हैं
अगर.. कोरोना का असली कहर देखना है तो.. चाइना से आई इस वीडियो को देखें
एक बार नहीं , दो बार नहीं , 3 बार बड़े ध्यान से देखें कि इस महामारी के शिकंजे में फंसे हुए लोगों को..! pic.twitter.com/fwixqasj7Q— राज शर्मा कानपुर (@RajShar41438261) March 16, 2020
हम यहां बैठकर.. व्हाट्सएप और फेसबुक पर.. *कोरोना वायरस* का मजाक उड़ाने में लगे हुए हैं
अगर.. कोरोना का असली कहर देखना है तो.. चाइना से आई इस वीडियो को देखें
वहां पुलिस प्रशासन को कितनी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं आपका दिल भी दहल उठेगा इस वीडियो को देखकर#SAARCfightsCorona pic.twitter.com/cBkEEgaCM4— 100% Follow back (@SufiyanYusuf12) March 15, 2020
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.