Authors
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim
सोशल मीडिया में वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया गया है कि पुलिस ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं का रेप करने वाले आरएसएस के दो वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार किया है।
Verification
खबर का सच जानने के दौरान हमें एक फेसबुक पेज मिला। पता चला कि ‘पॉलीटिक्स इन इण्डिया’ नामक फेसबुक पेज से यह खबर वायरल की गई है।
सर्च करने के दौरान ही हमें जेजेपी न्यूज की एक खबर मिली जो वायरल खबर से बिलकुल मेल खाती थी।
इस खबर को कई लोगों द्वारा ट्वीट किया गया है।
#जयश्रीराम बोल कर जो भी मर्जी करो सब छूट है !#जयश्रीराम
BJP महिला कार्यकर्तां से धमकी दे कर RSS के दो वरिष्ठ नेता करता था बलात्कार ,पुलिस ने किया गिरफ्तार https://t.co/qXxwLP41xS via @@jjp_network
— Aap ka Devender (@KaDevender) July 1, 2019
पुलिस द्वारा RSS नेताओं की गिरफ्तारी की सच्चाई जानने के लिए गूगल खंगालना शुरू किया तो हमें न्यूज 18 की एक खबर मिली जो साल 2018 की है। खबर में बताया गया है कि RSS से संबंधित भारतीय ग्राहक पंचायत के नेता को बीजेपी की महिला कार्यकर्ता से शादी का झांसा देकर रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसी मामले में एक और शख्स के खिलाफ मामला दर्ज होने का जिक्र भी है। वहीं महिला ने तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
न्यूज 18 ने इसी खबर का फाॅलोअप लिया था। जिसमें कहा गया था कि तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
हमें पोस्ट में वायरल हो रहे फोटो को लेकर शक था। फोटो की असलियत जानने के लिए की गई पड़ताल के दौरान हमें यूट्यूब पर एक शाॅर्टफिल्म का लिंक मिला। इसे देखने पर पता चला कि पोस्ट में वायरल हो रही फोटो शाॅर्ट फिल्म के एक सीन की है। जिसे वीडियो स्टार्ट होने के सातवें मिनट से देखा जा सकता है।
इससे साफ होता है कि बीजेपी की महिला कार्यकर्ता के साथ शादी का झांसा देकर रेप करने का मामला इस साल का नहीं बल्कि पिछले साल का है। वहीं पोस्ट में शेयर की गई फोटो RSS नेता की नहीं है। इस फोटो को एक शाॅर्ट फिल्म के सीन से क्राॅप कर RSS का नेता बताया है। जबकि यह फोटो एक अभिनेता की है।
Tools Used
- Facebook Search
- Google Search
- Reverse Image Search
- Twitter Advanced Search
- Youtube
Result – Misleading
Authors
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.