Authors
Claim
कर्नाटक में मुस्लिम महिला को हिंदू सहकर्मी के साथ यात्रा करने पर कट्टरपंथियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है।
Fact
जांच में हमने पाया कि यह वीडियो ढाई साल पुराना है। उस समय कर्नाटक में बीजेपी की सरकार थी।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में धर्म विशेष की भीड़ ने बाइक पर हिंदू सहकर्मी के साथ यात्रा कर रही मुस्लिम महिला के साथ अभद्रता की। बुर्के में बाइक पर बैठी महिला से एक व्यक्ति ने सवाल किया कि वह एक हिंदू पुरुष के साथ क्यों जा रही थी। वीडियो को देखने पर पता चलता है कि कुछ लोग बाइक सवार के साथ मारपीट भी कर रहे हैं। वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए यूजर्स कर्नाटक पुलिस को उक्त मामले में कार्रवाई करने के लिए टैग कर रहे हैं और कुछ लोग कांग्रेस की आलोचना भी कर रहे हैं।
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि ”शरिया पुलिस” (कट्टरपंथियों की भीड़) कर्नाटक में अपने हिंदू सहकर्मी के साथ कार्यालय से घर तक यात्रा करने के लिए एक मुस्लिम महिला को परेशान कर रही है और हिंदू पुरुष को मार रही है।”
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Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इसके परिणाम में हमें 20 सितंबर 2021 को वीडियो के साथ फर्स्ट पोस्ट द्वारा पोस्ट किया गया एक फेसबुक वीडियो मिला। इससे यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो हालिया दिनों का नहीं है। पोस्ट के कैप्शन में बताया गया है कि यह घटना बेंगलुरु की है, जहाँ एक 35 वर्षीय महिला और उसके पुरुष सहकर्मी को दो मुस्लिम पुरुषों द्वारा परेशान किया गया था।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। इस दौरान हमें इस घटना पर 19 सितंबर, 2021 को ABP न्यूज़ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि भीड़ द्वारा हिंदू पुरुष और मुस्लिम महिला के एक साथ बाइक पर यात्रा करने के दौरान हमला किया गया था। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार करने की बात भी कही गई थी।
21 सितंबर 2021 को टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में भी बताया गया है कि भीड़ ने मुस्लिम महिला और हिंदू व्यक्ति को एक साथ यात्रा करने पर प्रताड़ित किया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि जो व्यक्ति दोनों को परेशान कर रहा था, वह उनके लिए अनजान था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बाइक सवार महिला और पुरुष एक बैंक में सहकर्मी थे।
जांच में आगे हमें इस मामले पर प्रकाशित द लल्लनटॉप की रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि काम में देरी हो जाने के बाद महिला ने अपने पुरुष सहकर्मी से उसे घर छोड़ने का अनुरोध किया था। जब वे दोनों वापस जा रहे थे तभी दो लोग उन्हें बीच रास्ते में रोक लेते हैं और अभद्रता करते हैं। इस घटना के बाद कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बम्मई ने भी एक्स पोस्ट के जरिए बताया था कि उक्त मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि 2021 की इस घटना के दौरान कर्नाटक में बीजेपी की सरकार थी, जिससे यह भी स्पष्ट हो जाता है कि यह मामला कर्नाटक में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान का नहीं है।
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल वीडियो हालिया नहीं, बल्कि ढाई साल पुराना है। उस समय सूबे में बीजेपी की सरकार थी।
Result: Partly False
Sources
Facebook Post by Firstpost on 20th September 2021.
Report published by ABP News on 19th September 2021.
Report published by Times of India on 21st September 2021.
Report published by Lallantop on 19th September 2021.
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