Authors
Claim
हमीरपुर में भाजपा विधायक का स्वागत जूतों से किया गया।
Fact
यह वीडियो साल 2018 में हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष की पिटाई का है।
एक व्यक्ति की जूतों से हो रही पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हमीरपुर में भाजपा विधायक का जूतों से स्वागत किया गया।
30 सेकंड लंबे वीडियो में ‘हिमाचल परिवहन मजदूर संघ’ लिखे बैनर के सामने खड़े व्यक्ति को दो महिलाएं फूल माला पहनाने जाती हैं। इसके बाद एक महिला माला पहनाने की जगह मंच पर खड़े व्यक्ति का हाथ पकड़ लेती है और दूसरी महिला व्यक्ति को अपने चप्पल से मारती है। वायरल वीडियो में लिखा है कि ”बीजेपी विधायक का स्वागत जूतों से किया गया हमीरपुर में। और करो जुमलेबाजी।” पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें।
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें 23 जून 2018 को पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में वायरल वीडियो के एक दृश्य को प्रकाशित करते हुए पिटने वाले व्यक्ति को हिमाचल परिवहन मजदूर संघ का प्रदेश अध्यक्ष बताया गया है।
जांच में आगे हमने संबंधित कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया। परिणाम में मिली 23 जून 2018 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश की है, जहाँ (तत्कालीन) परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर संघ की बैठक में भाग लेने हमीरपुर आये थे। उस वक़्त दो महिला प्रशिक्षु कंडक्टर उन्हें फूलों का हार पहनाने के लिए मंच पर पहुंचीं। जिसके बाद एक महिला ने प्रदेशाध्यक्ष के हाथ पकड़े और दूसरी महिला ने अपनी चप्पल से उनकी पिटाई कर दी।
5 वर्ष पुरानी इस घटना पर न्यूज़ तक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि महिलाओं ने यूनियन लीडर पर उनके साथ ज्यादती करने के आरोप लगाए थे। इस मामले पर जनसत्ता की रिपोर्ट से जानकारी मिलती है कि महिलाओं ने शंकर सिंह ठाकुर पर व्हाट्सएप के द्वारा एक आपत्तिजनक ऑडियो वायरल करने का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि एचआरटीसी हमीरपुर डिपो में तैनात एक अन्य महिला कंडक्टर सोनू और शंकर सिंह के बीच उन दोनों महिलाओं के चरित्र को लेकर बातें की गई थी, जिसके बाद शंकर सिंह ने वह ऑडियो वायरल करवा दिया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि शंकर सिंह ने दोनों महिलाओं के चरित्र को लेकर बातचीत करने की बात को स्वीकारा था, लेकिन उस ऑडियो को वायरल करने की बात से पल्ला झाड़ लिया था।
जागरण द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि उक्त मामले में हुई शिकायत के बाद दोनों प्रशिक्षु महिला परिचालकों को नौकरी से निकाल दिया गया था।
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल वीडियो करीब पांच साल पुराना है और पिट रहा व्यक्ति बीजेपी विधायक नहीं है।
Result: False
Sources
Report published by Punjab Kesari on 23rd June 2018
Report published by Amar Ujala 23rd June 2018
Report published by Jansatta on 23rd June 2018
Report published by News Tak on 23rd June 2018
Report published by Jagran on 28th June 2018
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