Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि यह तस्वीर कोरोना संक्रमण से संबंधित है.
उक्त पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है.
कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में भीषण तबाही मचाई है. यह लेख लिखते समय देश में 2 लाख 90 हजार से भी अधिक कोरोना संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं. सरकारी अस्पतालों में खराब व्यवस्था और निजी अस्पतालों के भारी बिल मरीजों की परेशानियां और बढ़ा रहे हैं. एक तरफ जहां केंद्र सरकार तथा विभिन्न राज्य सरकारें कोरोना संकट से निपटने के लिए तमाम दावे कर रही हैं तो वहीं आम इंसान की मुसीबतें बयां करती मीडिया रिपोर्ट्स, इन तमाम सरकारी दावों को महज कागजी कार्यवाही बताती हैं.
देश में संक्रमण की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कई दिनों से विभिन्न नदियों में शवों के तैरने की खबरें आ रही हैं. कई ऐसे मामले भी प्रकाश में आये हैं जहां मृतक का शव जानवरों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. कई नदियों में इतने व्यापक पैमाने पर शव देखे गए, जिससे स्थानीय लोगों को अन्य बीमारियों का खतरा भी हो सकता है. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर इसे कोरोना संक्रमण काल के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं की बदतर व्यवस्था से संबंधित बताया गया. वायरल तस्वीर की बात करें तो इसमें कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने का वीभत्स दृश्य देखा जा सकता है. वायरल दावा फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहा है.
Fact Check/Verification
कोरोना काल से जोड़कर शेयर किये गए कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की इस तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में वायरल दावे से मिलते जुलते कुछ दावों के अलावा हमें कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई.
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर को Yandex सर्च इंजन पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की यह तस्वीर Alamy.com नामक एक वेबसाइट पर पहले से ही मौजूद है.
इसके बाद हमें Almay.com नामक वेबसाइट पर वायरल तस्वीर के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त हुई. मसलन कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की इस तस्वीर को साल 2008 का बताया गया है. वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार यह तस्वीर वाराणसी के एक घाट की है, जहां कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने का वीभत्स दृश्य देखने को मिला था.
कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की यह तस्वीर कोरोना संक्रमण काल से संबंधित नही है
इसके बाद कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से ढूंढने पर हमें यह जानकारी मिली कि यह तस्वीर Alamy.com नामक उक्त वेबसाइट पर साल 2009 में प्रकाशित की गई है.
इसके बाद हमें यही तस्वीर DINODIA नामक वेबसाइट पर भी प्राप्त हुई. हालांकि वेबसाइट पर यह तस्वीर कब अपलोड की गई थी इसके बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है. वेबसाइट पर तस्वीर के बारे में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के वाराणसी के एक घाट की है, जहां एक कुत्ता इंसान का शव खाते दिखा था. बता दें कि Alamy.com की वेबसाइट पर उक्त तस्वीर के साथ शेयर की गई जानकारी के अनुसार उक्त तस्वीर DINODIA के एक फोटोग्राफर द्वारा ली गई थी.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि कुत्ते द्वारा इंसान का शव खाने की यह तस्वीर कोरोना संक्रमण काल से संबंधित नहीं है. वायरल तस्वीर 2008 से ही इंटरनेट पर मौजूद है जिसे कोरोना संक्रमण के दौरान विभिन्न नदियों में मिले शवों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
Result: Misleading/Misplaced Context
Our Sources
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.