Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
TV9 भारतवर्ष के एग्जीक्यूटिव एडिटर समीर अब्बास ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए इसे ओडिशा के बालासोर में आये यास तूफान का बताया है. इस वीडियो में हरे-भरे पेड़ को महज 6 सेकेंड में उखड़ते हुए देखा जा सकता है.
पहले से ही कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे भारत के अधिकांश राज्य चक्रवाती तूफान यास और तौक्ते की वजह से भीषण तबाही का दंश झेल रहे हैं. तौक्ते और यास चक्रवाती तूफानों से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल और गुजरात राज्य प्रमुख हैं. केंद्र तथा राज्य सरकारें कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से जहां एक तरफ सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग आदि नियमों के अनुपालन की बात कह रही है वहीं, चक्रवाती तूफानों की वजह से दोहरी मार झेल रहे प्रभावित राज्यों के कई परिवार अब पलायन की स्थिति में आ चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तूफान प्रभावित राज्यों में कई लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं.
कई जगहों पर यास तूफान का असर इतना भयावह है कि भारी वर्षा के बीच तेज तूफान की वजह से हजारों पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे ना सिर्फ आवागमन बाधित हुआ है बल्कि, राहत कार्य भी सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है. इसी क्रम में TV9 भारतवर्ष के एग्जीक्यूटिव एडिटर समीर अब्बास ने एक वीडियो शेयर कर लिखा, “ओडिशा के बालासोर से यास तूफान का अब तक का सबसे भयावह वीडियो, महज 6 सेकेंड में हरा भरा पेड़ हवा में उड़न छू”. यास तूफान की वजह से मची तबाही के बाद महज 6 सेकेंड में पेड़ उखड़ने के नाम पर शेयर किये गए इस वीडियो को ABP News की एंकर शोभना यादव ने भी अपने टाइमलाइन पर शेयर किया है. बता दें कि यह वीडियो फेसबुक पर भी खासा वायरल है.
Fact Check/Verification
चक्रवाती तूफान यास के प्रकोप से महज 6 सेकंड में हरे भरे पेड़ के उखड़ने का दावा करने वाले इस वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटा. इसके बाद हमने एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा, लेकिन वीडियो की क्वालिटी अच्छी ना होने की वजह से हमें इस प्रक्रिया में कोई ठोस जानकारी प्राप्त नहीं हुई.
इसके बाद हमने वीडियो के इसी की-फ्रेम को Yandex नामक सर्च इंजन पर ढूंढा. जहां हमें यह जानकारी मिली कि ओडिशा के बालासोर में तूफान यास की वजह से महज 6 सेकंड में पेड़ उखड़ने के दावे के साथ शेयर किया गया यह वीडियो पहले से ही कई वेबसाइटों पर अपलोड हो चुका है.
ओडिशा में तूफान यास की वजह से महज 6 सेकंड में पेड़ उखड़ने के दावे के साथ शेयर किया गया यह वीडियो है पुराना
बता दें कि 8 सितंबर 2017 को Gfycat नामक एक वेबसाइट पर इसी वीडियो को GIF फॉर्मेट में पब्लिश किया गया था.
वायरल वीडियो के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमने Yandex पर ही वायरल वीडियो के अन्य की-फ्रेम्स को लेकर अपलोड किये गए वीडियोज और लेख को ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें Archin5000 नामक एक यूट्यूब चैनल पर 7 सितंबर 2017 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ. हालांकि वायरल वीडियो कहां का है, इस बारे में पब्लिशर ने कोई जानकारी नहीं दी है. उक्त यूट्यूब वीडियो के डिस्क्रिप्शन से यह जानकारी मिलती है कि वायरल वीडियो 2017 में आये हरिकेन इरमा की वजह से मची तबाही का है.
इसके बाद हमें उपरोक्त यूट्यूब वीडियो में प्रकाशित जानकारी की सहायता से ढूंढने पर यही वीडियो MLM नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा 6 सितंबर 2017 को प्रकाशित मिला. उक्त यूट्यूब वीडियो के डिस्क्रिप्शन में वायरल वीडियो को हरिकेन इरमा की वजह से सेंट मार्टिन नामक आइलैंड में मची तबाही का बताया गया है.
इसके बाद हमें niezalezna.pl नामक एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक लेख में भी वायरल वीडियो का एक की-फ्रेम अपलोड हुआ प्राप्त हुआ. हालांकि उक्त लेख में वायरल वीडियो या की-फ्रेम के बारे में कोई अन्य जानकारी प्रकाशित नहीं की गई है.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि TV9 भारतवर्ष के एग्जीक्यूटिव एडिटर समीर अब्बास, ABP News की एंकर शोभना यादव समेत अन्य द्वारा ओडिशा के बालासोर में तूफान यास की वजह से महज 6 सेकंड में पेड़ उखड़ने का यह दावा भ्रामक है. वायरल वीडियो 2017 से ही इंटरनेट पर मौजूद है तथा मौजूदा यास तूफान से संबंधित नहीं है.
Result: Misleading
Our Sources
YouTube video published by MLM
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.