Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े गए.
सोशल मीडिया पर आये दिन तमाम तरह के वीडियोज शेयर किये जाते हैं. कई बार इनमें से कुछ कंटेंट देश की सुरक्षा जैसे मामलों को लेकर भी शेयर होते हैं. इनमें से कुछ दावे सच होते हैं तो वहीं कुछ दावे भ्रामक या पूर्णतया गलत भी होते हैं. सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि गुजरात के दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े गए हैं.
Fact Check/Verification
दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े जाने का दावा करने के लिए शेयर किये गए वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने इसे की-फ्रेम्स में बांटा और फिर एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा. लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में हमें कोई ठोस जानकारी हासिल नहीं हुई.
इसके बाद हमने ‘દાહોદ આતંકવાદી’ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया. जहां हमें वायरल वीडियो से संबंधित कई अन्य वीडियोज प्राप्त हुए.
उपरोक्त गूगल सर्च से प्राप्त पहले वीडियो को देखने पर हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो किसी असल घटना का नहीं है बल्कि, RPF और GRP द्वारा आयोजित एक संयुक्त मॉक ड्रिल का है. वीडियो में पांचवे सेकंड पर माइक में घोषणा कर रहे पुलिसकर्मी को ‘मॉक ड्रिल’ कहते सुना जा सकता है.
इसके बाद हमने उपरोक्त गूगल सर्च से प्राप्त दूसरे वीडियो को देखा. जहां हमें यह जानकारी मिली कि News18 Dahod नामक यूट्यूब चैनल द्वारा प्रसारित इस वीडियो में असल में वायरल दावे का एक फैक्ट चेक किया गया है. वीडियो के अंत में दाहोद आरपीएफ के एसपी ने वायरल वीडियो को किसी आतंकवादी के पकड़े जाने का वीडियो ना बताते हुए इसे आरपीएफ तथा जीआरपी द्वारा आयोजित एक मॉक ड्रिल का वीडियो बताया है.
दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े जाने का यह दावा है भ्रामक
इसके बाद हमने ट्विटर एडवांस्ड सर्च का इस्तेमाल कर कुछ कीवर्ड्स को लेकर किये गए ट्वीट्स के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया. जहां हमें RPF Ratlam W.R. नामक ट्विटर हैंडल द्वारा शेयर किये गए दो ट्वीट्स प्राप्त हुए. इन ट्वीट्स में यह जानकारी दी गई है कि वायरल वीडियो दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े जाने का नहीं है बल्कि यह RPF और GRP द्वारा आयोजित एक मॉक ड्रिल का वीडियो है.
इसके बाद हमें Dahod Live नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख मिला. जहाँ वायरल वीडियो को मॉक ड्रिल का वीडियो बताते हुए अन्य जानकारी प्रकाशित की गई है, जिसका ‘Google Translate’ की सहायता से अंग्रेजी में किया गया रफ़ अनुवाद नीचे तस्वीर में देखा जा सकता है.
बता दें कि पूर्व में भी एक ऐसा ही वीडियो शेयर कर दिल्ली के गफ्फार मार्केट में आतंकवादी पकड़े जाने का दावा किया गया था. हालांकि हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो एक मॉक ड्रिल का है. ऐसे ही अयोध्या पुलिस के मॉक ड्रिल के वीडियो को भी भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया था.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि गुजरात के दाहोद रेलवे स्टेशन पर दो आतंकवादी पकड़े जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह वीडियो असल में आरपीएफ तथा जीआरपी द्वारा आयोजित एक मॉक ड्रिल का वीडियो है. जिसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
Result: Misplaced Context/Misleading
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.