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Fact Check
सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते व्यक्ति की यह तस्वीर भारत की है।
सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते व्यक्ति की यह तस्वीर भारत की नहीं बल्कि बांग्लादेश की है।
सोशल मीडिया पर सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते व्यक्ति की तस्वीर भारत की बताकर शेयर की जा रही है। हालाँकि जांच में हमने पाया कि यह पुरानी तस्वीर बांग्लादेश की है।
26 मई 2025 को किये गए एक्स पोस्ट (आर्काइव) में एक तस्वीर शेयर की गई। इस तस्वीर में एक आदमी सीवर टैंक के अंदर डूबा नजर आ रहा है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत जापान को छोड़ा पीछे; हमसे आगे बस 3 देश।”
ऐसी अन्य पोस्ट यहाँ और यहाँ देखें।

भारत में मैनुअल स्कैवेंजर के रूप में रोजगार के निषेध और उनके पुनर्वास अधिनियम (“PEMSRA”) के तहत 1993 से मैनुअल स्कैवेंजिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 2013 में PEMSRA में इस कानून की सख्ती बढ़ाने के लिए इसमें संशोधन भी किया गया था। हालाँकि इसके बावजूद भी देश में मैनुअल स्कैवेंजिंग के कई मामले सामने आते रहे हैं।
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वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सोशल मीडिया पर भारत की बताकर शेयर की जा रही तस्वीर को गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। इस दौरान यह तस्वीर हमें 3 मई 2017 को “द गार्जियन” द्वारा पब्लिश किये गए आर्टिकल में नजर आई। आर्टिकल में दी गई जानकारी में इस तस्वीर को बांग्लादेश के ढाका की बताया गया है। तस्वीर के साथ इसे खींचने के लिए ज़ाकिर चौधरी को क्रेडिट दिया गया है।

जांच में आगे इस तस्वीर से जुड़ी श्रृंखला हमें 3 मई 2017 को ‘डेली मेल’ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट में तस्वीरों के साथ बताया गया है कि किस प्रकार बांग्लादेश के सीवर क्लीनर को रुकावटों को दूर करने के लिए गंदगी में गोता लगाना पड़ता है। रिपोर्ट में लिखा है “यह व्यक्ति बांग्लादेश के ढाका सिटी कॉरपोरेशन का कर्मचारी है और उसे बिना किसी उचित सुरक्षा उपकरण के शहर की सीवर लाइनों को खोलना पड़ता है। उन्हें अक्सर जमीन के नीचे खुदाई करने के लिए केवल एक लंबी छड़ी की मदद लेनी पड़ती है, तथा सीवेज से निकलने वाले जहरीले धुएं से बचाने के लिए उनके पास कोई मास्क भी नहीं होता है।”

जांच के दौरान यह तस्वीर हमें 6 मई 2017 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में नजर आई। इस रिपोर्ट में भी इसे बांग्लादेश की ही बताया गया है। इस तस्वीर के साथ प्रकाशित कई अंतराष्ट्रीय रिपोर्ट्स को यहाँ, यहाँ, यहाँ और यहाँ भी देखा जा सकता है।

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जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि सीवर टैंक में घुसकर सफाई करते व्यक्ति की यह तस्वीर भारत की नहीं बल्कि बांग्लादेश की है।
Sources
Article published by The Guardian on 3rd May 2017.
Report published by Daily Mail on 3rd May 2017.
Report published by Amar Ujala on 6th May 2017.
JP Tripathi
November 29, 2025
Runjay Kumar
November 28, 2025
JP Tripathi
November 26, 2025