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Fact Check: संयुक्त राष्ट्र में इसराइली राजनयिक द्वारा रिपोर्ट फाड़े जाने का पुराना वीडियो हालिया दावे के साथ वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
संयुक्त राष्ट्र में इसराइल के प्रतिनिधि ने फाड़ी मानवाधिकार उल्लंघन वाली रिपोर्ट.

Fact
यह वीडियो हाल का नहीं, बल्कि 2021 का है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति किसी रिपोर्ट को कूड़े लायक बताते हुए उसे मंच पर फाड़ता नज़र आ रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि “यह दृश्य हाल का है, जब संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर इसराइल को बुलाया गया और 20 पन्नों की रिपोर्ट दी गई तो इसराइल के प्रतिनिधि ने स्टेज पर ही उसे फाड़ दिया”.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2021 का है, जब इसराइल में संयुक्त राष्ट्र के राजनयिक गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की तरफ़ से सौंपी गई रिपोर्ट फाड़ दी थी.

वायरल वीडियो 28 सेकेंड का है. जिसमें एक शख्स अंग्रेज़ी में यह कहते हुए सुनाई देते हैं, जिसका हिंदी अनुवाद है, “इस रिपोर्ट का मानवाधिकार, सुरक्षा या शांति से संबंधित किसी भी संस्था में कोई स्थान नहीं होना चाहिए. इसका एकमात्र स्थान यहूदी विरोध भावना (एंटी सेमिटिज्म) के कूड़ेदान में है और हम इसके साथ ठीक उसी तरह व्यवहार करेंगे”. इतना कहते हुए वह शख्स उस रिपोर्ट को फाड़ देता है.

बीते 7 अक्टूबर को इसराइल में फ़िलिस्तीन के संगठन हमास की तरफ़ से बड़ा हमला किया गया था. हमास के इस हमले में करीब 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इसराइल ने भी हमास के कई ठिकानों पर हमले किए. इसी बीच 17 अक्टूबर को गाजा के अल अहली अस्पताल में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें करीब 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. फिलिस्तीन ने अस्पताल पर हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन इसराइल ने इससे इनकार कर दिया है. अबतक इस संघर्ष में क़रीब 5000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

वायरल वीडियो को कई वेरिफाईड X अकाउंट से वायरल दावे से शेयर किया गया है, जिसे आप यहां और यहां देख सकते हैं.

Courtesy: X/Sudhir_mish

इसके अलावा, यह वीडियो वायरल दावे से फ़ेसबुक पर भी शेयर किया गया है, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

Fact Check/Verification

वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट खंगालने पर हमें जेरूसलम पोस्ट की वेबसाइट पर 31 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद हैं.

Courtesy: Jerusalem Post

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की तरफ से इसराइल को लेकर सौंपी गई एक रिपोर्ट को एक तरफ़ा बताते हुए फाड़ दिया था. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र का इसराइल विरोधी पूर्वाग्रह का एक इतिहास रहा है और उसने यहूदीवाद को नस्लवाद भी करार दिया था.

इसके बाद हमने ऊपर मिली जानकारी के आधार पर गूगल सर्च किया तो हमें मिडल ईस्ट मॉनिटर की वेबसाइट पर 30 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी पेपर फाड़ने वाला दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद था.

Courtesy: Middle East Monitor

मिडिल ईस्ट मॉनिटर की रिपोर्ट के अनुसार, 29 अक्टूबर 2021 को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने एक विशेष मीटिंग बुलाई थी और इसके तत्कालीन उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने वार्षिक रिपोर्ट पेश की थी. इस रिपोर्ट में गाज़ा पर हुए इसराइली हमले को लेकर जांच समिति के निष्कर्ष भी शामिल थे, जिसमें 67 बच्चों, 40 महिलाओं और 16 बुजुर्गों सहित 260 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी. इस रिपोर्ट में इन हमलों के लिए इज़राइल की निंदा की गई थी.

आगे रिपोर्ट में बताया गया था कि संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मानवाधिकार परिषद ने अबतक 95 प्रस्तावों में इसराइल की आलोचना की है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस एकतरफ़ा रिपोर्ट की जगह यहूदी विरोधी भावना वाले कूड़ेदान में होनी चाहिए और उन्होंने इस रिपोर्ट को फाड़ दिया.

जांच में राजदूत गिलाद एर्दान के आधिकारिक X अकाउंट से 30 अक्टूबर 2021 को पोस्ट किए गए थ्रेड में यह वीडियो मिला. यह वीडियो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन था. इस वीडियो के क़रीब 1 मिनट से वायरल वीडियो वाले दृश्यों को देखा और सुना जा सकता है.

Courtesy: X/giladerdan1

ट्वीट किए गए वीडियो में गिलाद एर्दान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की आलोचना करते हुए कहते हैं कि “इसी मंच पर यहूदी लोगों के राष्ट्रीय घर पाने के अधिकार को ही नस्लवादी घोषित कर दिया गया था. एक निर्णय जिसे ही पलट दिया गया. एक निर्णय जिसे उस समय के इज़राइल के राजदूत खायम हर्ज़ोग ने संयुक्त राष्ट्र के सामने फाड़ दिया था. उसी तरह इस रिपोर्ट का मानवाधिकार, सुरक्षा या शांति से संबंधित किसी भी निकाय में कोई स्थान नहीं होना चाहिए. इसका एकमात्र स्थान यहूदी विरोधी भावना (एंटी सेमिटिज्म) के कूड़ेदान में है और हम इसके साथ ठीक उसी तरह व्यवहार करेंगे.

जांच में मिली न्यूज़ रिपोर्ट्स के अनुसार, 18 अक्टूबर 2023 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ़ से बुलाए गए आपातकालीन सत्र में गिलाद एर्दान ने हालिया संघर्ष पर इसराइल का पक्ष रखा और उन्होंने हमास की कड़ी आलोचना की. 

Courtesy: X/giladerdan1

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि इसराइली राजनयिक द्वारा संयुक्त राष्ट्र में रिपोर्ट फाड़े जाने का यह वीडियो हाल का नहीं है, बल्कि साल 2021 का है.

Result- Missing Context

Our Sources
Jerusalem Post: Article Published on 31st October 2021
Middle East Monitor: Article Published on 30st October 2021
Ambassador Gilad Erdan X account: Tweet on 30st October 2021
Ambassador Gilad Erdan X account: Tweet on 19th October 2021

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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