Authors
Claim:
सेना के जवान, यात्री आदि लोगों ने मिलकर ट्रेन को स्टार्ट किया, जिसके बाद ट्रेन आगे बढ़ी।
Fact:
दावा भ्रामक है। ट्रेन के एक हिस्से में आग लग गई थी, जिसके चलते वहां मौजूद लोगों ने ट्रेन के एक हिस्से को धक्का मारकर आग वाले हिस्से से अलग कर दिया था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक ट्रेन के कोच को सेना के जवान, रेलवे कर्मचारी और आमजन धक्का देते नज़र आ रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि नए भारत में ट्रेन को धक्का देकर स्टॉर्ट किया जा रहा है।
दरअसल, बीते 07 जुलाई को पश्चिम बंगाल के हावड़ा से तेलंगाना के सिकंदराबाद के लिए रवाना हुई फलकनुमा एक्सप्रेस के तीन डिब्बों में आग लग गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस कारण ट्रेन को हैदराबाद से लगभग 45 किलोमीटर दूर बोम्मईपल्ली और पगिडीपल्ली के बीच रोकना पड़ा। समय रहते सभी यात्री ट्रेन से उतर गए थे और इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें NDTV की वेबसाइट पर 10 जुलाई को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनग्रैब मौजूद है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह हावड़ा से सिकंदराबाद जाने वाली फलकनुमा एक्सप्रेस का वीडियो है। इसमें बताया गया है कि जलती हुई ट्रेन के डिब्बे को पुलिस और सुरक्षाकर्मी धक्का देते हुए नज़र आ रहे हैं। रेलवे अधिकारियों के हवाले से लिखा गया है कि ट्रेन में आग लगने के कारण एस-2 से लेकर एस-6 तक के डिब्बों को नुकसान पहुंचा था। आग को अन्य डिब्बों तक फैलने से रोकने के लिए कुछ डिब्बों को ट्रेन से अलग कर दिया गया। इसमें रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस की मदद से डिब्बों को दूर ले जाया गया।
इसके अलावा, हमें Hindustan Times की वेबसाइट पर 7 जुलाई 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इसमें दक्षिण मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सीएच राकेश के हवाले से बताया गया है, “फलकनुमा एक्सप्रेस की तीन आरक्षित बोगियों में आग लग गई और सुबह 11.30 बजे के आसपास बोम्मईपल्ली और पगिडीपल्ली के बीच अन्य बोगियों में फैल गई। इसके बाद कुछ यात्रियों ने टिकट-चेकिंग स्टाफ को सूचित किया, जिन्होंने पायलट को अलर्ट करने के लिए तुरंत चेन खींच दी। इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। तीनों बोगियां, एस4, एस5 और एस6 पूरी तरह जल गईं, जबकि बगल की बोगियां आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं। आग को और अधिक फैलने से रोकने के लिए आग से प्रभावित बोगियों को तुरंत अन्य बोगियों से अलग कर दिया गया।”
पड़ताल के दौरान हमें रेलवे के प्रवक्ता (Spokesperson Railways) के आधिकारिक हैंडल से 10 जुलाई को किया गया ट्वीट मिला। इसमें बताया गया है कि फलकनुमा एक्सप्रेस में आग लगने की सूचना के बाद बचाव कार्य की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी गई। आग को आगे फैलने से रोकने के लिए डिब्बों को अलग करने में मदद के लिए एक इंजन भेजा गया, लेकिन इंजन के आने का इंतजार करने के बजाय, रेलवे के जवानों और स्थानीय पुलिस कर्मियों ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।
इसके अलावा, दक्षिण मध्य रेलवे ने भी आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर बताया कि यह ट्रेन नंबर 12703 (हावड़ा-सिकंदराबाद) में आग लगने की घटना से संबंधित है। वीडियो आग को और अधिक फैलने से रोकने के लिए रेलवे के जवानों और स्थानीय पुलिस की मदद से पीछे के डिब्बों को अलग करने को लेकर लिए गए फैसले से संबंधित है। इंजन से मदद की प्रतीक्षा किए बिना की गई एक आपातकालीन कार्रवाई थी।
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Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि फलकनुमा एक्सप्रेस में लगी आग को और अधिक फैलने से रोकने के लिए रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस द्वारा किए गए आपतकाल कार्य का वीडियो, सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल है।
Result: Missing Context
Our Sources
Report Published by NDTV on July 10, 2023
Report Published by Hindustan Times on July 07,2023
Tweet by Spokesperson Railways on July 10,2023
Tweet by South Central Railways on July 10, 2023
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