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प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के विरोध में बांग्लादेश में मुस्लिम दलों से जुड़े 10 लाख लोगों ने किया प्रदर्शन?

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से पूर्व बांग्लादेश के मुस्लिम दलों ने देशव्यापी हड़ताल शुरू कर दी है जिसकी वजह से करीब 10 लाख लोग सड़कों पर उतर गए हैं।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे के दौरान आज ढाका पहुंचे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों से मिलने के साथ-साथ दावूदी बोहरा समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। बता दें बांग्लादेश की करीब 90 प्रतिशत आबादी मुस्लिम समुदाय की है इस वजह से बांग्लादेश में इस्लाम ‘स्टेट रिलिजन‘ है।बहुसंख्यक मुस्लिमों की भारी आबादी की वजह से देश में कई मुस्लिम दल हैं। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से पहले बांग्लादेश के मुस्लिम दलों ने देशव्यापी हड़ताल की जिसमें हिस्सा लेने करीब 10 लाख लोग सड़कों पर उतर आए।

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान देश के मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल तथा 10 लाख लोगों के सड़क पर उतरने का दावा करने वाले इस पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीरों को गूगल पर ढूंढा.

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल: पहली तस्वीर की पड़ताल

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान बांग्लादेश के मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल में 10 लाख लोग शामिल होने का दावा करने वाली पहली तस्वीर को गूगल पर ढूंढने पर हमें यही तस्वीर BBC तथा Washington Post की वेबसाइट पर प्राप्त हुई। गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों के अनुसार यह तस्वीर 2015 की है।

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से पूर्व बांग्लादेश में मुस्लिम दलों से जुड़े 10 लाख लोगों ने किया प्रदर्शन

गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में से BBC द्वारा प्रकाशित लेख को पढ़ने पर हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर गुजरात में हार्दिक पटेल के नेतृत्व में 2015 में हुए जातिगत(पटेल) आंदोलन के दौरान ली गई थी। BBC ने वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी देते हुए लिखा है, “Some 300,000 members of the Patel community attended the meeting in Ahmedabad on Tuesday” (हिंदी अनुवाद: पटेल समुदाय के करीब 3 लाख सदस्य मंगलवार को अहमदाबाद में हुई बैठक में शामिल हुए)

Washington Post ने 27 अगस्त 2015 को प्रकाशित अपने लेख में वायरल तस्वीर को प्रकाशित किया है। वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी देते हुए Washington Post ने लिखा है कि, “Tens of thousands of protesters from Gujarat’s Patel community participated in a rally in Ahmedabad on Tuesday. The members of the community are demanding better access to education and employment.” (हिंदी अनुवाद: गुजरात के पटेल समुदाय के हजारों लोग अहमदाबाद में मंगलवार को हुई रैली में शामिल हुए। समुदाय के लोग बेहतर शिक्षा और रोजगार की मांग कर रहें हैं।)

Conclusion

इस प्रकार हम इस नतीजे पर पहुंचे की प्रधानमंत्री मोदी के ढाका दौरे के दौरान बांग्लादेश के मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल में 10 लाख लोग शामिल होने के दावे के साथ वायरल पहली तस्वीर भारत के गुजरात की है तथा आज से शुरू प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से संबंधित नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल: दूसरी तस्वीर की पड़ताल

प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान बांग्लादेश के मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल में 10 लाख लोग शामिल होने का दावा करने वाली दूसरी तस्वीर को गूगल पर ढूंढने पर हमें यह तस्वीर Times Of Islamabad तथा अन्य प्रकाशनों द्वारा 2020 में प्रकाशित लेखों में प्राप्त हुई।

Times Of Islamabad द्वारा 8 मार्च 2020 को प्रकाशित इस लेख में वायरल तस्वीर प्रकाशित कर यह जानकारी दी गई है कि प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से पहले बांग्लादेश में मुस्लिम दलों ने प्रदर्शन किया। पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी का यह तीन-दिवसीय बांग्लादेश दौरा देश में कोरोना के मामले मिलने के बाद निरस्त कर दिया गया था।

इसके बाद हमें यही तस्वीर कई अन्य प्रकाशनों द्वारा पिछले साल प्रकाशित कई लेखों में भी प्राप्त हुई लेकिन हम यह दावे के साथ नहीं कह सकते की तस्वीर किस आशय में ली गई थी तथा कितनी पुरानी है। लेकिन चूंकि प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे की शुरुआत आज से हुई है तथा वायरल तस्वीर पिछले वर्ष प्रकाशित कई लेखों में मौजूद है इसलिए यह तो स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी के मौजूदा बांग्लादेश दौरे से संबंधित नहीं है।

Conclusion

इस प्रकार हम इस नतीजे पर पहुंचे की प्रधानमंत्री मोदी के ढाका दौरे के दौरान बांग्लादेश के मुस्लिम दलों की देशव्यापी हड़ताल में 10 लाख लोग शामिल होने के दावे के साथ वायरल दूसरी तस्वीर कम से कम एक साल पुरानी है तथा आज से शुरू प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे से संबंधित नहीं है।

इसके बाद हमने यह पता लगाने का प्रयास किया कि क्या सच में प्रधानमंत्री मोदी के वर्तमान बांग्लादेश दौरे के विरोध में वहां के मुस्लिम दल देशव्यापी प्रदर्शन कर रहे हैं? इसके लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया जहां हमें Al Jazeera, The Hindu, Business Standard समेत कई अन्य प्रकाशनों द्वारा इस विषय पर प्रकाशित लेख प्राप्त हुए। इन लेखों में आज से शुरू हुए प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के पहले स्थानीय राजनीतिक दलों तथा सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन की जानकारी दी गई है तथा यह भी बताया गया है कि इन प्रदर्शनों में कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं।

इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि आज से शुरू हुए प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के पहले स्थानीय राजनीतिक दलों तथा सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन तो आयोजित किये गए लेकिन वायरल दावे के साथ शेयर की जा रही दोनों तस्वीरें पुरानी है तथा प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के विरोध में 10 लाख लोगों के सड़क पर उतरने का दावा भी तथ्यों पर आधारित नहीं है।

Result: Misleading


Our Sources

BBC

Washington Post

Times of Islamabad

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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