Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आने के बाद से कई जगहों के नाम परिवर्तित किये हैं. इनमें से इलाहाबाद तथा फैज़ाबाद का नाम बदलकर क्रमशः प्रयागराज तथा अयोध्या और मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन’ करना प्रमुख हैं. सोशल मीडिया पर आये दिन विभिन्न शहरों, जगहों या इमारतों के नाम बदलने से संबंधित तमाम दावे वायरल होते रहते हैं. पूर्व में अहमदाबाद के ‘सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ का नाम बदलकर ‘अडानी एयरपोर्ट’, भारतीय रेल का नाम बदलकर अडानी लॉजिस्टिक्स, भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर महाराजा सिंधुराज, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रेलवे स्टेशन करने से संबंधित कई फर्जी दावे खासा वायरल हो चुके हैं.
इसी क्रम में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ कर दिया है. कई भाजपा समर्थक ट्विटर यूजर्स ने इस दावे को शेयर किया है.
बता दें कि यह दावा ना सिर्फ ट्विटर बल्कि फेसबुक पर भी ख़ासा वायरल है. हमारे द्वारा Crowdtangle नामक टूल की सहायता से किये गए एक विश्लेषण के मुताबिक, वायरल दावे को लेकर पिछले दिनों कुल 133 पोस्ट शेयर किये गए हैं, जिनको 13,675 इंटरैक्शन (लाइक, कमेंट & शेयर) प्राप्त हुआ है.
Fact Check/Verification
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ करने को लेकर वायरल हुए इस दावे की पड़ताल के लिए, हमने सबसे पहले कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया. इस प्रक्रिया में हमें एक भी ऐसी मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई, जो कि वायरल दावे में शेयर की गई जानकारी का समर्थन करती हो. बता दें कि गाजियाबाद की गणना उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में होती है, ऐसे में इसके नाम बदलने की खबर को किसी भी मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित ना करना दावे की सत्यता को लेकर सवाल खड़े करता है. हालांकि 2018 में भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल द्वारा गाजियाबाद का नाम बदलकर महाराजा अग्रसेन नगर करने की मांग को लेकर, हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुई.
गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ करने को लेकर वायरल हो रहा यह दावा है फर्जी
इसके बाद हमने उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ करने को लेकर वायरल हुए इस दावे के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन हमें उक्त वेबसाइट पर ऐसी कोई जानकारी हासिल नहीं हुई, जिससे वायरल दावे की पुष्टि की जा सके. इसके बाद हमने उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग की आधिकारिक वेबसाइट का रुख किया, लेकिन वहां भी हमें गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ करने जैसी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी. बता दें कि वेबसाइट पर राज्य कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसलों को लेकर आखिरी अपडेट 25 नवंबर 2020 को शेयर किया गया था.
इसके बाद हमने, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार और भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता तथा स्तंभकार शलभ मणि त्रिपाठी से इस बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया. बतौर शलभमणि, “मेरी जानकारी में राज्य सरकार द्वारा ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.”
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘एकलव्य पुर’ करने को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह दावा फर्जी है. असल में उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक गाजियाबाद का नाम बदलने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है.
Result: False
Our Sources
Media Reports
Official website of the UP Government
CM Yogi’s Information Advisor Shalabh Mani Tripathi
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.