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देश में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर से डराने लगे हैं। इन मामलों को कंट्रोल करने के लिए कई राज्यों ने अपने शहरों में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया है। इस हफ्ते जहां हर तरफ लॉकडाउन और कोरोना वायरस की चर्चाएं सुर्खियों में रहीं तो वहीं सोशल मीडिया पर कई अन्य मुद्दों को लेकर भी फेक दावे शेयर किए गए।
क्या 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द हो गई हैं? नहीं, ABP News द्वारा पिछले साल प्रकाशित खबर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है
सोशल मीडिया पर ABP News की एक तस्वीर को शेयर करते हुए यह दावा किया गया कि 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द हो गई हैं। जब हमने वायरल दावे की जांच की तो पाया कि ये दावा गलत है। 1 साल पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया गया।
क्या फिर से कोरोना वायरस के कारण उत्तर प्रदेश में लगेगा लॉकडाउन?
सोशल मीडिया पर यूजर्स उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो शेयर कर रहे हैं। जिसमें योगी आदित्यनाथ कहते हुए नजर आ रहे हैं कि यूपी के 15 जिलों में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक बार फिर से यूपी में लॉकडाउन वापस आ गया है। हमारी पड़ताल में पता चला कि ये दावा गलत है। एक साल पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया गया है।
राष्ट्रपति ने देश के सभी स्कूली पाठ्यक्रमों में भगवत गीता और रामायण को शामिल किए जाने का नहीं दिया आदेश, फेक दावा हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक खबर का स्क्रीनशॉट तेजी से शेयर किया जा रहा है। स्क्रीनशॉट के मुताबिक राष्ट्रपति ने आदेश दिया है कि अब से देश के सभी पाठ्यक्रमों में भगवत गीता और रामायण शामिल किया जाएगा। सोशल मीडिया यूज़र्स इस स्क्रीनशॉट को “हिन्दू राष्ट्र की और एक पहल” इस दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। हमारी पड़ताल के बाद ये दावा गलत साबित हुआ।
महिलाओं के लिए इंदौर पुलिस ने नहीं शुरू की मुफ्त सवारी योजना, WhatsApp पर लुधियाना का हेल्पलाइन नंबर इंदौर के नाम से हो रहा है शेयर
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इंदौर पुलिस ने महिलाओं के लिए फ्री सवारी योजना शुरू की है। मैसेज में कहा जा रहा है कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए कोई भी महिला घर जाने के लिए पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकती है। पुलिस की गाड़ी से महिला को मदद मिलेगी। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा भ्रामक हैं। लुधियाना का हेल्पलाइन नंबर इंदौर पुलिस के नाम से वायरल हुआ।
क्या लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow University) ने तय किया लड़कियों का ड्रेस कोड? जानिए वायरल दावे का सच
लखनऊ यूनिवर्सिटी के नोटिस बोर्ड की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। जिसमें लिखा है कि कोई भी लड़की अपने कमरे से बाहर शॉर्ट्स या ऐसे कपड़े पहनकर नहीं आ सकती है, जो कि उसके घुटनों से ऊपर हैं। हमारी पड़ताल में वायरल हो रहा दावा भ्रामक साबित हुआ।
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