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Fact Check
सोशल मीडिया पर मणिपुर हिंसा से जुड़े कई फर्जी दावे इस हफ्ते वायरल होते देखे गए। आरएसएस की पोशाक पहने दो लोगों की एक तस्वीर वायरल हो गई। पोस्ट के जरिए दावा किया जाने लगा कि ये लोग मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाए जाने और उनके साथ हुई बर्बरता के मुख्य आरोपियों में शामिल हैं। यूपी को लेकर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ। वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि एक स्कूल में बारिश के दौरान आग के गोले गिरने लगे। बिहार में एक महिला के साथ कुछ लोगों द्वारा की गई बदसलूकी का एक वीडियो सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर वायरल हो गया। वीडियो को शेयर कर बिहार की मौजूदा सरकार पर निशाना साधा गया था। इसी तरह कई अन्य मामलों पर इस हफ्ते वायरल हुए टॉप 5 फर्जी खबरों का सच इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।

सोशल मीडिया पर आरएसएस के कपड़ों में दिख रहे दो लोगों की एक तस्वीर वायरल हो गई। इस पोस्ट के जरिए कहा गया कि ये दोनों मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के आरोपी हैं। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर आग की बारिश का एक वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो को अयोध्या के एक स्कूल का बताकर शेयर किया जा रहा था। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

एक महिला के साथ हुई अभद्रता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दावा किया जाने लगा कि यह वीडियो मौजूदा बिहार सरकार के समय का है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

दो पुरुषों के साथ नज़र आ रही एक महिला का वीडियो हाल ही में भारत से पाकिस्तान गई अंजू का बताकर शेयर किया गया। हमारी पड़ताल में यह जानकारी सामने आई कि वीडियो में दिख रही महिला अंजू नहीं, बल्कि रत्ना (दूसरा नाम श्रावणी) नामक एक डिजिटल क्रिएटर है। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

पानी से भरी एक सड़क पर चाय पीते कुछ लोगों की एक तस्वीर वायरल हो गई। पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि यह तस्वीर दिल्ली की है, जहां बाढ़ के चलते लोग पानी में रहने को मजबूर हैं। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।
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Runjay Kumar
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