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इस सप्ताह नागरिकता संशोधन बिल, NRC और NPR से जुड़े तमाम दावे जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को भ्रमति किया, यहाँ पढ़ें उन सभी खबरों को एक नज़र में
NRC के विरोध में हैदराबाद में हुए प्रदर्शन के वीडियो को असम का बताकर किया गया शेयर

NRC में नाम न शामिल होने पर असम के घरों से ऐसे लोगों को उठा लिया गया है। एक वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए दावा किया गया है कि अगर NRC का विरोध आज नहीं किया तो कल ऐसा आपके साथ भी हो सकता है। वीडियो में पुलिस की बर्बरता दर्शाई गयी है। वहीं 19 दिसंबर 2019 को यूट्यूब पर अपलोड हुए एक वीडियो में वायरल घटना प्राप्त हुई जिसके मुताबिक वीडियो का चित्रण हैदराबाद में उस दौरान किया गया था जब प्रशासन NRC और CAA के विरोध में प्रदर्शन कर रही जनता को काबू करने का प्रयास कर रही थी ।
CAA विरोध के दौरान दिल्ली पुलिस के साथ हुई मार पीट के खिलाफ पुलिस का प्रदर्शन!

फेसबुक पर प्रदर्शन पर बैठी एक महिला हवलदार की तस्वीर को शेयर कर बताया गया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस की पिटाई के बाद लेडी कांस्टेबल ने सुप्रीम कोर्ट से सवाल पूछा है। जिसके बाद news18 की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख से पता चला कि उक्त तस्वीर दिल्ली के तीस हज़ारी कोर्ट के बाहर हुई पुलिस और वकीलों की झड़प के बाद की है, जहां वकीलों द्वारा पुलिस पर की गयी बर्बरता का विरोध जताने के लिए दिल्ली पुलिस प्रदर्शन कर रही थी।
कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने अपनाया इस्लाम!
फेसबुक और ट्विटर पर कांग्रेस प्रवक्ता ‘संजय झा’ की मुस्लिम टोपी पहले एक तस्वीर शेयर की गई और बताया गया कि उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया है। वायरल तस्वीर उनके द्वारा स्वयं ट्विटर पर ही 19 दिसंबर को पोस्ट की गई थी।
#NewProfilePic pic.twitter.com/XIO3mMlYBW
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) December 19, 2019
इसके बाद 20 दिसंबर 2019 को news18 की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख में जानकारी मिली कि CAA कानून का विरोध जताने के लिए उन्होंने ने ऐसा किया है।
NRC और CAA के समर्थन में मुंबई में उमड़ी भीड़!
NRC और CAA के समर्थन उतरा मुंबई का जनमानस..
विरोधी तो बहुत देखे अब समर्थक भी देख लो.
जय श्री राम @INCIndia @RahulGandhi @priyankagandhi pic.twitter.com/0GQUvaGNyg
— Mamta sharma (@sharma__mamta) December 21, 2019
ट्विटर पर दो तस्वीरें शेयर कर दावा किया जा रहा है कि CAA और NRC के समर्थन में मुंबई में भारी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। जबकि DNA और THE INDIAN EXPRESS की वेबसाइट पर प्रकाशित लेखों के मुताबिक यह तस्वीरें साल 2016 की है जहां एक तस्वीर में आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के लोगों ने ‘Maratha kranti silent morcha’ के नाम से एक मौन रैली का आयोजन महाराष्ट्र के थाणे जिले के ‘तीन हाथ नाका’ नामक इलाके में किया था। वहीं दूसरी तस्वीर में एक रेप पीड़ित को इंसाफ दिलाने के लिए अहमदनगर में लोग एकजुट हुए थे।
यूपी में CAA का विरोध कर रहे 10 हज़ार मुसलमानों पर दर्ज़ हुई FIR!
अब तक UP में 10 हजार मुस्लिमों पर FIR और 650 अंदर 47 की संपत्ति सील की गई
योगी तो मोदी से भी बड़ा निर्मोही है
— sunil bishnoi (@msunilbishnoi) December 21, 2019
नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ यूपी में हुए हिंसक विरोध के बाद से सोशल मीडिया पर एक आंकड़ा शेयर किया जा रहा है। वायरल आंकड़े में दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 10 हजार मुस्लिमों के खिलाफ FIR दर्ज हुई और 650 अज्ञात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।इसी बीच अमर उजाला और asianetnews नामक वेबसाइट पर प्रकाशित लेखों से पता चला कि यूपी में अब तक 10,900 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं और 705 गिरफ्तारी की गई। वहीं, दिल्ली में 15 लोग, प. बंगाल में अब तक 600 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए। महाराष्ट्र में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव करने के लिए हिंगोली जिले में 20 लोगों को हिरासत में लिया गया जबकि 130 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए।
दिल्ली पुलिस ने छात्रों को मुखर्जी नगर खाली करने को कहा!
सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुखर्जी नगर को पुलिस द्वारा खाली कराने का एक वीडियो और संदेश वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दिल्ली पुलिस का एक अधिकारी छात्र-छात्राओं से मुखर्जी नगर खाली करने की अपील कर रहा है दावा किया जा रहा है कि सभी छात्र-छात्राएं 24 दिसंबर की शाम को अपने घर चले जााएं और 2 जनवरी को वापस आएं। वीडियो की शिनाख्त के लिए नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के DCP ‘विजयंता आर्य’ से संपर्क करने पर उन्होंने वायरल वीडियो को फर्जी बताया। साथ ही इस बात की भी जानकारी दी की उन्होंने ट्विटर को पत्र लिखा है जहां उन्होंने फेक वीडियो और संदेश वायरल कर रहे सभी अकाउंटस को बंद करने की अपील की है ।
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