Fact Check
इजरायल-ईरान संघर्ष, अहमदाबाद प्लेन क्रैश और जी7 समिट से जुड़े इस हफ़्ते के टॉप 5 फैक्ट चेक
13 जून को इजरायल ने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन लॉयन की शुरुआत की थी। इजरायल के इस हमले में ईरान के कई सैन्य कमांडरों समेत कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने भी इजरायल पर एक के बाद एक कई मिसाइल हमले करने शुरू कर दिए हैं। यह संघर्ष अब युद्ध का रूप ले चुका है। इजरायल-ईरान संघर्ष को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी और असंबंधित तस्वीरों और वीडियोज की बाढ़ आ गई। एक वीडियो शेयर करते हुए कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि इजरायल के डर से ईरानी नागरिक पाकिस्तान की सीमा में शरण ले रहे हैं।
ईरान के खिलाफ नारेबाजी करती युवतियों का एक वीडियो इस दावे से वायरल होने लगा कि यह वीडियो हालिया इजरायल संघर्ष के दौरान का है। अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर एक दावा सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में रहा। एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि दुर्घटना में जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। कनाडा में आयोजित हालिया जी7 समिट को लेकर एक वीडियो शेयर किया जाने लगा। दावा किया गया कि मोदी की कनाडा यात्रा से पहले खालिस्तानी समर्थकों पर कार्रवाई हुई है। हालांकि, हमारी पड़ताल में ये दावे फर्जी साबित हुए।

क्या यह ईरानियों के पाकिस्तान में शरण लेने का वीडियो है?
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच एक गेट को पार करते लोगों का वीडियो वायरल हो गया। दावा किया गया कि यह वीडियो ईरानी नागरिकों का है, जो इजरायल के डर से पाकिस्तान में शरण ले रहे हैं। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

इजरायल-ईरान के हालिया संघर्ष से जोड़कर वायरल हुआ इराक का पुराना वीडियो
बमबारी के एक वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया गया कि यह इजरायल पर ईरान के हालिया हमले का वीडियो है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

क्या अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जिन्दा बचे विश्वास कुमार रमेश को गिरफ़्तार कर लिया गया है?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जिन्दा बचे एकमात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमारी जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

क्या हालिया G7 समिट के दौरान खालिस्तानी समर्थकों पर कनाडा ने की कार्रवाई?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि कनाडा में आयोजित हालिया जी7 समिट के दौरान मोदी की यात्रा से पहले खालिस्तानी समर्थकों की गिरफ़्तारी हुई है। हमारी जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन का पुराना वीडियो हालिया बताकर फर्जी दावे से वायरल
ईरान के खिलाफ नारेबाजी करती युवतियों का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जाने लगा कि यह वीडियो हालिया इजरायल-ईरान संघर्ष के दौरान का है। हमारी जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।