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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि जयपुर में यति नरसिंहानंद के खिलाफ पोस्टर लगाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। वायरल वीडियो में कुछ युवक नरसिंहानंद के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा बोलते हुए नज़र आ रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से इस वीडियो को शेयर कर दावा किया कि राजधानी जयपुर में ‘सिर तन से जुदा’ करने की धमकी पोस्टर लगाकर खुलेआम दी जा रही है। अपने इस पोस्ट में शेखावत ने किरोड़ीलाल मीणा को मिले धमकी भरे पत्र का भी जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

कई फेसबुक यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर कर इसे हालिया दिनों का बताया है।

इसके अलावा कई ट्विटर यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया है।

ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
दरअसल, बीते महीने राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम व्यक्तियों ने एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। इन दो युवकों की पहचान मोहम्मद रियाज़ और गौस मोहम्मद के रूप में हुई है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैयालाल की हत्या के बाद दोनों युवकों ने एक वीडियो बनाया, जिसमें दोनों ने हत्या करने की बात कबूल की। वीडियो में दोनों ने कहा कि ये बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी का बदला है। पुलिस ने इन दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया और इस मामले की जांच एनआईए कर रही है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि जयपुर में यति नरसिंहानंद के खिलाफ पोस्टर लगाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से फेसबुक पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें ‘जागृत पत्रकार’ नामक फेसबुक यूजर द्वारा 15 अप्रैल 2021 को किया गया एक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद है। हालांकि, इस पोस्ट में कहा गया है कि इस तरह की भाषा बोलने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन पोस्ट के नीचे एक नोट लिखा गया है जहां कहा गया है कि वो इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करते। इस तरह यह स्पष्ट है कि यह वीडियो एक साल पुराना है।
पड़ताल के दौरान हमें Rajasthan Police द्वारा 19 जुलाई 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला। ट्वीट के अनुसार, ये घटना अप्रैल 2021 की है। पुलिस ने अपने ट्वीट में अपील की है कि इस वीडियो को न डाउनलोड करें और न ही फॉरवर्ड करें, अन्यथा कार्रवाई हो सकती है।
बता दें, यूपी के गाजियाबाद के डासना कस्बे में स्थित ‘देवी मंदिर’ के मंहत यति नरसिंहानंद पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2021 में डासना के देवी मंदिर में नल से पानी पीने गए एक मुस्लिम बच्चे को पीटा गया था। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद काफी आलोचना हुई थी। बतौर रिपोर्ट, महंत यति नरसिंहानंद ने उस बच्चे पर हुए हमले को सही ठहराते हुए कहा था कि वो बच्चा मंदिर का अपमान कर रहा था।
इसके अलावा अप्रैल 2021 में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने यति पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
यह भी पढ़ें: नूपुर शर्मा का चार साल पुराना वीडियो हालिया दिनों का बताकर हुआ वायरल
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साबित हो जाता है कि जयपुर का एक साल पुराना वीडियो अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है।
Result: Partly False
Our Sources
Facebook Post by Jagrit Patrkar on April 15, 2021
Tweet by Rajasthan Police on July 19, 2022
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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.