Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
बीते 16 मार्च को चुनाव आयोग ने देश में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। इसके बाद तमाम राजनीतिक दलों को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें तेजी से वायरल होने लगीं। पीएम मोदी की जनसभा के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि उन्होंने मंच पर भगवान गणेश की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया। क्रिकेटर विराट कोहली की एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जाने लगा कि वे अपनी मोबाइल स्क्रीन पर राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस देख रहे थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि उनकी गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। सड़क के किनारे लगे राजनीतिक पोस्टर्स उतारते कुछ लोगों के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता के बाद बीजेपी के पोस्टर्स को छोड़कर ‘आप’ के पोस्टर्स और होर्डिंग्स को उतार दिया गया। हालांकि, हमारी जांच में ये दावे फर्जी साबित हुए।
क्या जनसभा के दौरान पीएम मोदी ने भगवान गणेश की मूर्ति लेने से किया इनकार?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि पीएम मोदी ने अपनी जनसभा के दौरान मंच पर भगवान गणेश की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
क्या विराट कोहली मोबाइल पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस देख रहे थे?
सोशल मीडिया यूजर्स ने विराट कोहली की एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया कि वे अपनी मोबाइल स्क्रीन पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस देख रहे थे। हमारी जांच में यह दावा फर्जी निकला। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या आचार संहिता लागू होने के बाद सड़क किनारे से हटाए गए सिर्फ ‘आप’ के पोस्टर्स?
एक वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि आचार संहिता लागू होने के बाद सड़क के किनारे लगे भाजपा के झंडों को छोड़कर आम आदमी पार्टी के झंडे/होर्डिंग उतारे जा रहे हैं। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
पुरी रथ यात्रा में उमड़े जनसैलाब की तस्वीर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद हुए प्रदर्शन की बताकर वायरल
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि सड़क पर उमड़े जनसैलाब की यह तस्वीर केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ हुए प्रदर्शन की है। हमारी जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
सपा मुखिया अखिलेश यादव को लेकर वायरल हुआ ‘यूपी तक’ का एडिटेड ग्राफिक
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि यादव समाज के लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चेतावनी दी है। समाज ने कहा है कि यदि पार्टी ने मुस्लिमों को टिकट दिया तो वे भाजपा को समर्थन दे देंगे. हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.