Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
इस हफ़्ते सोशल मीडिया पर नूंह में हुई साम्प्रादायिक हिंसा की खबरें सुर्खियों में रहीं। भीड़ द्वारा एक बस को घेरकर उसपर हमला किए जाने का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि मेवात में मुस्लिमों की भीड़ ने एक बस पर हमला कर दिया। अलग-अलग घटनाओं की पुरानी तस्वीरों के जरिए सोशल मीडिया यूजर्स इसे नूंह में हुई हालिया हिंसा का बताकर शेयर करने लगे। लुप्पो नामक केक को लेकर भी एक दावा तेजी से वायरल हुआ। पोस्ट को शेयर कर कहा जाने लगा कि लुप्पो नामक केक खाने से लकवा हो जाता है। इसी तरह कई अन्य मामलों पर इस हफ्ते सोशल मीडिया पर शेयर किए गए टॉप 5 फर्जी खबरों का सच इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।
सूरत में बस पर हुए हमले का चार साल पुराना वीडियो, नूंह का बताकर वायरल
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया गया कि बस को तोड़ रहे लोगों का यह वीडियो हरियाणा के नूंह का है। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
अलग-अलग जगह की पुरानी तस्वीरों को मेवात का बताकर भ्रामक दावा वायरल
सोशल मीडिया पर तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो गया। तस्वीरों के इस कोलाज को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा से जोड़कर शेयर किया जाने लगा। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या आप नेता संजय सिंह ने साधा ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया गया कि आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने अपने ‘इंडिया’ गठबंधन दलों पर निशाना साधा है। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या लुप्पो केक खाने से हो जाता है लकवा?
लुप्पो नामक केक को लेकर सोशल मीडिया पर एक दावा तेजी से वायरल हुआ। पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि इस केक को खाने से लकवा हो जाता है। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
शॉपिंग मॉल में खड़े व्यक्ति की नहीं हुई थी मौत, फर्जी दावा वायरल
एक शॉपिंग मॉल में खड़े व्यक्ति की मौत का दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दावे के मुताबिक व्यक्ति की मौत हो गई। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.