रविवार, अक्टूबर 6, 2024
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ढाका में वर्षों पहले हुए हिंसक प्रदर्शन की तस्वीर को केरल का बताकर गलत दावे के साथ किया गया शेयर

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim:

केरल में मुस्लिम संप्रदाय के हजारों लोग हाथों में हथियार लेकर सड़क पर उतर गए.

Verification:

सोशल मीडिया पर आये दिन ऐसे दावे वायरल होते रहते हैं जहाँ एक धर्म विशेष को निशाना बनाया जाता है. कभी हिन्दू तो कभी मुस्लिम और कभी-कभी बाकी धर्मों के लोगों को भी निशाने पर लिया जाता है. एक ऐसा ही दावा व्हाट्सऐप पर बहुत तेजी से शेयर किया जा रहा है, इसमें मुस्लिम भीड़ की तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया है कि यह भीड़ केरल के मुस्लिमों की है. साथ ही साथ वायरल मैसेज में उस काल्पनिक स्थिति के बारे में सोचने की अपील भी की जा रही है जब यह उग्र भीड़ हमारे घरों तक पहुंच जाएगी. वायरल तस्वीर के साथ शेयर किया जा रहा दावा कुछ इस प्रकार है “सोचिए इस तरह की भीड़ आपके इलाके, सोसायटी या कॉलोनी पर बिल्कुल ऐसे ही पहुंच जाए तो आपके पास इन के स्वागत के इंतजाम की व्यवस्था है या नहीं यह दृश्य केरल का है.”

हमारे आधिकारिक व्हाट्सऐप नंबर पर कई यूजर्स ने इस वायरल दावे की पड़ताल का अनुरोध किया जिसके बाद हमने इस दावे की असलियत पता लगाना शुरू किया.

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अपनी पड़ताल के पहले चरण में हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर सर्च किया जिसके परिणामस्वरूप हमें यह पता चला कि वायरल तस्वीर भूत में कई अन्य दावों के साथ अलग-अलग समय पर शेयर की गई है.

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अक्सर विवादों में रहने वाली लेखिका तस्लीमा नसरीन ने साल 2019 में यही तस्वीर शेयर कर लिखा था “शेख हसीना का बांग्लादेश”.

इसी तरह “Council of Ex-Muslims of Sri Lanka” नामक एक फेसबुक पेज ने इसी साल अपने पेज से यह तस्वीर शेयर की है.


अब तमाम तरह के दावे पढ़ने के बाद हमने तस्वीर की असलियत पता लगाने का प्रयास किया. तस्वीर को गूगल पर सर्च करने से प्राप्त परिणामों को गौर से खंगालने पर हमें पता चला कि यह तस्वीर साल 2013 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. 

https://www.ufkumuzhaber.com/bangladeste-yarin-yine-genel-grev-yapilacak-23500h.htm


ऊपर दिए गए लिंक का रफ़ ट्रांसलेशन पढ़ने पर हमें यह पता चला कि वायरल तस्वीर भारत की ना होकर बांग्लादेश की है.
 

गूगल सर्च से प्राप्त अन्य परिणामों को परखने के बाद हमें पता चला कि वायरल तस्वीर उस वक्त की है जब वर्ष 2013 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हिंसक प्रदर्शन हुए थे.

वायरल तस्वीर के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने के दौरान हमें 2013 में सीएनएन में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जो कि इस विषय पर अधिक प्रकाश डालती है.

https://edition.cnn.com/2013/05/06/world/asia/bangladesh-clashes/index.html


अपनी  पड़ताल के दौरान हमें कई अन्य रिपोर्ट्स भी मिले तथा हमारी पड़ताल के दौरान प्राप्त अधिकांश परिणाम इस बात की तरह इशारा कर रहे थे कि वायरल तस्वीर ढाका में हुए प्रदर्शन की है.


अतः  हमारी पड़ताल में यह साबित होता है कि वायरल तस्वीर भारतीय राज्य केरल की नहीं बल्कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका की है तथा करीब पिछले 7 वर्षो से इंटरनेट पर मौजूद है.

Sources

  • Google Search
  • Twitter Advanced Search
  • Custom Searches

Result:  Misplaced Context

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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