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राजस्थान के नागौर में भाजपा नेताओं को बंधक बनाने का पुराना वीडियो अभी का बताकर वायरल

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Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.

Claim
राजस्थान में भाजपा नेताओं को बंधक बनाकर पेड़ से बांध कर पीटा गया.

Fact
वायरल वीडियो तीन साल पुराना है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो व्यक्तियों को पेड़ से बांधकर उसके सामने भाजपा के खिलाफ़ नारेबाजी की जा रही है. साथ ही इस दौरान भाजपा के झंडे भी जलाए जा रहे हैं. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान एक गांव में भाजपा कार्यकर्ता को पेड़ से बांध कर पीटा गया और बीजेपी के ख़िलाफ़ नारेबाजी की गई.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो करीब तीन साल पुराना है और राजस्थान के नागौर जिले का है, जहां पंचायत समिति चुनाव में टिकट वितरण में असंतोष होने पर कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं को पेड़ से बांध कर प्रदर्शन किया था.

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को पूरे राज्य में एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे. इस दौरान राज्य की 200 विधानसभा सीट में 199 सीट पर मतदान होगा. 15 नवंबर को श्रीगंगानगर जिले के करणपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुनर का निधन होने की वजह से इस सीट पर बाद में मतदान होगा. राज्य में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है. इसके अलावा आरएलपी, बीएसपी और आजाद समाज पार्टी समेत कई अन्य पार्टियों ने भी कई विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.

वायरल वीडियो में दो व्यक्ति पेड़ से बंधे हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान वहां मौजूद लोग बीजेपी हाय हाय के नारे लगा रहे हैं. इस दौरान कुछ लोगों को भाजपा के झंडे जलाते हुए भी देखा जा सकता है. वीडियो के ऊपर टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है “कार्यकर्ताओं को पेड़ से बांध कर पीटा गया और बीजेपी के ख़िलाफ़ नारेबाजी की गई.वीडियो राजस्थान के गांव का बताया जा रहा है”.

राजस्थान में भाजपा नेताओं को बंधक
Courtesy: IG/newsninehindi

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो में दिख रहे दृश्यों से संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें 9 नवंबर 2020 को दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद थे.

Courtesy: Dainik Bhaskar

“नागौर में नाराज कार्यकर्ताओं का हंगामा, पंचायत समिति हरसौर के भाजपा मंडल अध्यक्ष को बंधक बनाया” हेडिंग के साथ मौजूद रिपोर्ट में वायरल वीडियो के बारें में पूरी जानकारी दी गई थी. न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में हुए राजस्थान पंचायत समिति चुनाव में टिकट वितरण से असंतुष्ट होने पर हरसौर मंडल अध्यक्ष राजेश वैष्णव और एक अन्य भाजपा नेता को पेड़ से बांध कर प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा का झंडा जलाकर पार्टी के खिलाफ़ नारेबाजी भी की थी.

इस दौरान जांच में हमें जनसत्ता ऑनलाइन की वेबसाइट पर भी 10 नवंबर 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद थे. इस न्यूज़ रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो को राजस्थान के नागौर के पंचायत समिति चुनाव के दौरान का ही बताया गया था. साथ ही यह भी बताया गया था कि पंचायत समिति चुनाव में उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद उपजे असंतोष की वजह से कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं को पेड़ से बांध दिया था. 

Courtesy: Jansatta

इसके अलावा हमें नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर भी 10 नवंबर 2020 को प्रकाशित वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मिले. इस रिपोर्ट में भी वही सब जानकारी दी गई थी, जो ऊपर मौजूद है. 

Courtesy: Navbharat Times

इसके बाद हमने अपनी जांच को पुख्ता करने के लिए हरसौर मंडल के पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजेंद्र वैष्णव से भी संपर्क किया. तो उन्होंने हमें बताया कि “वायरल वीडियो 2020 में पंचायत समिति चुनाव के दौरान का है. दरअसल टिकट कटने की वजह से कुछ लोगों ने मुझे और तत्कालीन बूथ अध्यक्ष अमरदास को बंधक बनाकर मारपीट की थी. बाद में हमारे कार्यकर्ताओं ने आकर हमें छुड़ाया था”.  

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल वीडियो मौजूदा विधानसभा चुनाव का नहीं, बल्कि 2020 में हुए पंचायत समिति चुनाव के दौरान का है. हरसौर मंडल के पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजेंद्र वैष्णव ने भी इसकी पुष्टि की है.

Result: Missing Context

Our Sources

Report By Dainik Bhaskar Published on 9th Nov 2020
Report By Jansatta Published on 10th Nov 2020
Report Published By Navbharat Times on 10th Nov 2020
Telephonic Conversation with Rajendra Vaishnav


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Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.

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