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Fact Check: स्तनपान कराती घायल महिला की ये फोटो मणिपुर हिंसा की नहीं है

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim:
बच्चे को स्तनपान कराती घायल महिला की ये फोटो मणिपुर हिंसा की है. 

Fact:
ये फोटो सितंबर 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है. इसका मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है. 

मणिपुर में चल रही हिंसा को एक महीने से ज्यादा हो चुका है. राज्य के मैतई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच हो रही इस हिंसा में लगभग 100 मौतें हो चुकी हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर भावुक कर देने वाली एक फोटो काफी वायरल है, जिसमें खून से लथपथ एक महिला एक बच्चे को स्तनपान कराती दिख रही है.

दावा है कि ये फोटो मणिपुर की है. कहा जा रहा है कि महिला की ऐसी हालत मणिपुर हिंसा में हुई. इस दावे के साथ ये फोटो फेसबुक और ट्विटर पर जमकर शेयर की जा रही है.

मणिपुर हिंसा

Fact Check/Verification

वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें ये तस्वीर मौजूद है. गौर करने वाली बात है कि ये पोस्ट 17 अक्टूबर 2021 को शेयर किया गया था. यानि कि ये फोटो अभी नहीं बल्कि पुरानी है.

मणिपुर हिंसा

इसके अलावा, रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो कई और भी सोशल मीडिया पोस्ट्स में मिली जो बर्मी भाषा में लिखे गए थे. ज्यादातर पोस्ट्स 28 सितंबर 2021 के आस-पास शेयर किए गए थे. पोस्ट्स में लोगों ने लिखा था कि ये महिला म्यांमार सेना द्वारा की गई मारपीट में घायल हुई है.

मणिपुर हिंसा

हालांकि, इस बारे में हमें कोई खबर नहीं मिली. पुख्ता तौर पर हम इस बात कि पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि फोटो कब की और कहां की है. लेकिन ये बात स्पष्ट है कि फोटो लगभग दो साल पुरानी है.

Conclusion

हमारी जांच में ये साबित हो जाता है कि फोटो के साथ भ्रामक दावा किया जा रहा है. फोटो का मणिपुर हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है.

Result: False

Our Sources
Facebook posts of September-October 2021
Twitter post of October 1, 2021

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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