Authors
सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है, जहां आये दिन फेक ख़बरों की भरमार रहती है। कई समसामयिक मामलों पर सोशल मीडिया यूजर्स भ्रामक या फिर गलत जानकारियां शेयर करते देखे जाते हैं। देश में घटी लगभग हर महत्वपूर्ण या चर्चित घटना को सोशल मीडिया पर कई तरह के दावों के साथ सत्य बताकर शेयर किया जाता है। इस सप्ताह भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। गाजियाबाद और जम्मू कश्मीर सहित कई अन्य मुद्दों पर यूजर्स ने इस सप्ताह गलत जानकारियां शेयर की। हमारी टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ ऐसे ही फेक दावों की पड़ताल करके उनका सच दुनिया के सामने रखा है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई घटना का वीडियो गाजियाबाद में बुजुर्ग के साथ हुई पिटाई के सन्दर्भ में किया गया शेयर
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि लोनी में जिन लोगों ने बुजुर्ग की दाढ़ी को काटा था। उन्हें लोग घर में घुसकर पीट रहे हैं। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा भ्रामक है।
श्रीनगर में अवैध कब्ज़ा हटाए जाने का वीडियो रोहिंग्या मुस्लिमों का घर बताकर सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो क्लिप जम्मू कश्मीर की है। जहां रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय के लोगों की बस्ती को रोशनी एक्ट के तहत तोड़ा गया। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा गलत है।
क्या आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पार्टी मीटिंग के दौरान अपने ही विधायक से की मारपीट?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की एक मीटिंग में सांसद संजय सिंह ने अपनी ही पार्टी के एक विधायक को जूते से पीटा। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल वीडियो कई साल पुराना है।
क्या बछड़े के सीरम से बनी है Covaxin?
कांग्रेस के नेशनल कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर यह दावा किया है कि कोवैक्सिन में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया गया है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा भ्रामक है।
ड्राइवर द्वारा गाय पर ट्रैक्टर चढ़ाने का वीडियो साम्प्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि छत्तीसगढ़ में एक मुस्लिम ट्रैक्टर चालक ने सड़क पर बैठी एक गाय को बेरहमी से कुचलकर मार डाला। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा गलत है।
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in