Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
सोशल मीडिया पर इस हफ्ते भी राम मंदिर से जुड़े कई फर्जी दावे तेजी से वायरल होते देखे गए। एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि अयोध्या राम मंदिर के 14 किमी के दायरे में पिछड़े और दलित चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे। पैसों से भरे दानपात्र के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जाने लगा कि यह अयोध्या स्थित राम मंदिर का वीडियो है। मीरा रोड में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो के जरिये दावा किया कि वहां स्थित एक मस्जिद पर भगवा झंडा लहराया गया। बांग्लादेश को लेकर भी एक दावा तेजी से वायरल हुआ। पोस्ट के जरिये कहा जाने लगा कि बांग्लादेश के सिराजगंज में मुस्लिमों ने हिंदू नेता विकास सरकार के पूरे परिवार की हत्या कर दी। इसी तरह कई अन्य मामलों पर भी फर्जी दावे शेयर किये गए, जिनका फैक्ट चेक इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।
आगरा में मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा लहराए जाने की घटना का वीडियो मीरा रोड का बताकर वायरल
सोशल मीडिया यूजर्स में एक पोस्ट के जरिए दावा किया कि मीरा रोड स्थित एक मस्जिद पर भगवा झंडा लहराया गया। हमारी जांच में यह दावा फर्जी निकला। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
बांग्लादेश में ट्रिपल मर्डर की घटना फ़र्ज़ी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि बांग्लादेश के सिराजगंज में मुस्लिमों ने हिंदू नेता विकास सरकार के पूरे परिवार की हत्या कर दी। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
राजस्थान स्थित मंदिर के दानपात्र का वीडियो अयोध्या स्थित राम मंदिर का बताकर हुआ वायरल
सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि अयोध्या के राम मंदिर में पहले दिन ही भक्तों ने इतना दान किया कि दानपात्र पूरा भर गया। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
‘मेरे घर राम आए हैं’ भजन पर डांस करती महिला का वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के साथ दावा किया गया कि ‘मेरे घर राम आए हैं’ गाने पर डांस करती हुई यह महिला ओडिशा के संबलपुर की जिला कलेक्टर अनन्या दास हैं। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
क्या अयोध्या स्थित राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे में पिछड़े और दलित चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया कि अयोध्या राम मंदिर के 14 किमी के दायरे में पिछड़े और दलित चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.