रविवार, दिसम्बर 22, 2024
रविवार, दिसम्बर 22, 2024

HomeFact CheckWeekly Wrap: यूपी सरकार द्वारा युवाओं को मासिक भत्ता दिए जाने से...

Weekly Wrap: यूपी सरकार द्वारा युवाओं को मासिक भत्ता दिए जाने से लेकर कई अन्य मुद्दों तक, सोशल मीडिया पर इस हफ़्ते वायरल हुए टॉप 5 फेक दावों का फैक्ट चेक

इस हफ़्ते सोशल मीडिया पर राजनीति के गलियारे से लेकर कई अन्य सामाजिक और सांप्रदायिक मुद्दों ने खूब सुर्खियां बटोरी। News 18 India द्वारा प्रकाशित एक लेख में दावा किया गया था कि यूपी सरकार सूबे के बेरोजगारों को हर महीने 1500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता देगी। इसी तरह से कई अन्य दावे भी वायरल होते देखे गए जो हमारी पड़ताल में फेक साबित हुए।

यूपी में बेरोजगारों को सरकार द्वारा नहीं मिल रहा 1500 रुपये प्रति माह का बेरोजगारी भत्ता, भ्रामक दावा हुआ वायरल

News18 और Patrika द्वारा प्रकाशित खबर में यह दावा किया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के बेरोजगारों को 1500 रुपये प्रतिमाह का बेरोजगारी भत्ता दे रही है. हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।

पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

तमिलनाडु में बियर पीते पुजारी की पुरानी तस्वीर भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुई वायरल

सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा किया गया कि तमिलनाडु सरकार ने राज्य में नए नियम के तहत, थॉमस राजन नाम के एक ऐसे ईसाई को हिन्दू मंदिर का पुजारी नियुक्त किया है जो शराब पीता है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।

पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

बुंदेलखंड के भावनी बांध की नही है सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह तस्वीर

सोशल मीडिया पर एक बांध की तस्वीर शेयर करते हुए उसे ललितपुर का भावनी बांध बताया गया। हमारी पड़ताल में शेयर किया गया दावा भ्रामक साबित हुआ।

पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नहीं है, सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह तस्वीर

सोशल मीडिया पर एक एयरपोर्ट की तस्वीर को शेयर करते हुए इसे जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का बताया गया है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर किसी अन्य जगह की है।

पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर शेयर किया गया सोमनाथ मंदिर का वीडियो

सोशल मीडिया पर 30 सेकंड की एक वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए दावा किया गया कि यह दृश्य काशी विश्वनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण का है। हमारी पड़ताल में शेयर किया गया दावा भ्रामक साबित हुआ।

पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Most Popular