बीते हफ्ते सोशल मीडिया पर बॉलीवुड हस्तियों से जुड़ी तीन भ्रामक खबरें वायरल हुईं. आलिया भट्ट की एक फर्जी तस्वीर शेयर कर दावा हुआ कि वह अपने बच्चे को दूध पिला रही हैं. आलिया के पति रणबीर कपूर भी फ़ेक न्यूज़ का शिकार बने. पिछले कुछ हफ्तों की तरह बीते हफ्ते भी पठान को लेकर भ्रामक खबरें फैलीं. इसके अलावा भी सोशल मीडिया कई फ़ेक न्यूज़ वायरल हुईं जिनमें से Top 5 कुछ इस तरह हैं.

‘पठान’ देखने सिनेमाघर गए इस शख्स की हो गई पिटाई? भ्रामक है ये पोस्ट
‘पठान’ ने बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़ दिए हैं. लेकिन इससे जुड़ी फर्जी खबरें लगातार वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया पर एक जख्मी व्यक्ति की तस्वीर वायरल हुई और दावा किया गया कि व्यक्ति पठान फिल्म के पहले दिन का पहला शो देखने सिनेमा घर गया था, जहां फिल्म का विरोध कर रहे लोगों ने उसकी पिटाई कर दी गई. हमारी पड़ताल में यह फोटो कई महीने पुरानी निकली. पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है.

रणबीर कपूर ने फेंका फैन का फोन? वायरल वीडियो का यहां जानें सच
रणबीर कपूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ जिसमें वह गुस्से में सेल्फी ले रहे एक फैन का फोन फेकतें नजर आ रहे हैं. वीडियो को शेयर कर लोग रणबीर के बर्ताव की आलोचना कर रहे हैं. लेकिन सच यह है कि रणबीर का यह वीडियो Oppo मोबाइल कंपनी के एक ऐड का हिस्सा है. पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है.

बच्चे को स्तनपान कराती आलिया भट्ट की इस वायरल तस्वीर का सच कुछ और है
रणबीर कपूर की पत्नी आलिया भट्ट की एक फर्जी तस्वीर वायरल हुई जिसमें वह एक बच्चे को दूध पिलाती नजर आ रही हैं. लेकिन जब Newschecker ने पड़ताल की तो तस्वीर एडिटेड निकली. पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है.

पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आए उछाल से जोड़कर शेयर हुआ ढाई साल पुराना वीडियो
चरमराती अर्थव्यवस्था के बीच पाकिस्तान में पेट्रोल डीजल की कीमतें 35 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी गई हैं. इसी के मद्देनज़र एक वीडियो के जरिए दावा हो रहा है कि लाहौर में गुस्साए लोगों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी. सच यह है कि वीडियो जून 2020 का है. इसका पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आए उछाल से कोई संबंध नहीं है. पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है.

महाराष्ट्र में हिंदुत्व की रैली में मुस्लिमों ने डाली बाधा? भ्रामक है ये पोस्ट
हफ्ता खत्म होते-होते सोशल मीडिया पर एक सांप्रदायिक पोस्ट भी काफी वायरल हुई. एक वीडियो को शेयर का दावा हुआ कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व की रैली में मुस्लिमों ने बाधा डालने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से दंगा होने से बच गया. लेकिन यह दावा भ्रामक निकला. क्योंकि वीडियो लगभग साल भर पुराना है और आंध्र प्रदेश के नेल्लूर का है. पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है.
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