व्यक्तिगत पसंद के इतर ग्रामीण इलाकों में लोग चाय आदि बनाने के लिए गाय के दूध की बजाय भैंस के दूध का इस्तेमाल करते हैं. तो वहीं वसा की मात्रा कम होने की वजह से लोग पीने के लिए गाय के दूध का अपेक्षाकृत अधिक इस्तेमाल करते हैं. मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा 16 अक्टूबर, 2019 को जारी की गई 20वीं पशुधन गणना रिपोर्ट के अनुसार देश में कुल पशुधन आबादी 53.58 करोड़ है, जिसमे से मादा मवेशी (गायों की कुल संख्या) 14.51 करोड़ तथा भैंसों की कुल संख्या 10.98 करोड़ आंकी गई है.
भारतीय ध्वज (झंडा) संहिता, 2002 में राष्ट्रध्वज के ससम्मान प्रयोग को लेकर तमाम तरह के प्रावधानों का जिक्र है. गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने 20 जुलाई, 2022 को राज्यों को पत्र लिखकर भारतीय ध्वज (झंडा) संहिता, 2002 में संसोधन की जानकारी दी थी, जिसके अंतर्गत खुले में या निजी आवास पर दिन और रात में ध्वज फहराने की अनुमति दी गई है. हालांकि केंद्र तथा राज्य सरकारों एवं कठिन कानूनों के बावजूद भी कई बार लोग जाने-अनजाने राष्ट्रध्वज का अपमान कर बैठते हैं.