नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल समेत तमाम राजनैतिक और गैर-राजनैतिक हस्तियां मौजूद थी. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 जुलाई, 2017 को देश के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी.
सोशल मीडिया पर इस हफ़्ते राष्ट्रपति चुनाव, देश के कई इलाकों में आई बाढ़ सहित कांवड़ यात्रा को लेकर कई खबरों ने सुर्खियां बटोरी। इन्हीं खबरों के बीच सोशल मीडिया पर कई ऐसे दावे भी शेयर किए गए जो हमारी पड़ताल में फर्जी साबित हुए।
21 जुलाई को घोषित हुए राष्ट्रपति पद के परिणामों में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को जीत हासिल हुई है. देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए कुल 4754 वोट पड़े थे जिनमे से 53 अवैध पाए गए, बाकि बचे 4701 वोटों में से एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को प्रथम वरीयता के 2824 प्राप्त हुए, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को प्रथम वरीयता के 1877 वोट मिले. इसी के साथ द्रौपदी मुर्मू भारत की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं.
देश के अगली राष्ट्रपति बनने जा रहीं द्रौपदी मुर्मू का एक कथित बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. दावा है कि मुर्मू ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा है कि राष्ट्रपति बनने के बाद उनका पहला कर्तव्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना होगा.
सोशल मीडिया पर एक बच्चे का वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि शामली जिले के एक नवजात बच्चे को जहर के 50 इंजेक्शन देकर मारने की कोशिश की गई, लेकिन जब वो मरा नहीं तो उसका गला काटकर उसे दफना दिया गया।