खाने-पीने का शौक ज्यादातर लोगों को होता ही है, जिसमें कई लोग स्ट्रीट फूड के भी शौकीन होते हैं। सड़क किनारे खड़े ठेलों पर भी लोग चाट पकोड़े शौक से खाते हैं, लेकिन अगर उन्हीं ठेलों पर गंदगी दिख जाए तो आपका स्वाद जरूर किरकिरा हो जाएगा। बता दें कि सोशल मीडिया पर आए दिन कोई ना कोई वीडियो वायरल होता ही रहता है।
सोशल मीडिया पर आए दिन अलग-अलग धर्मों को लेकर नफरत फैलाने वाले कई कंटेंट शेयर किए जाते हैं. जो कि मिनटों में ही हर तरफ फैल जाते हैं। ऐसे कंटेंट को सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगता है। ऐसे दावे साम्प्रदायिक दंगे भी करवाते हैं, तो कई बार मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं का कारण भी बनते हैं।
गौरतलब है कि उपरोक्त ट्वीट में वायरल वीडियो को अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि ईरान का बताया गया है, लिहाजा वीडियो की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर पोस्ट से संबंधित कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें Qomnews नामक ट्विटर हैंडल से वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन में एक वेबसाइट लिंक के साथ किया गया एक ट्वीट मिला। जहां वीडियो पर सफाई देते हुए इसे अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि ईरान के Qom जिले का बताया गया है।
बता दें कि खोज के दौरान हमें ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें साफिया फिरोज़ी की मौत का ज़िक्र किया गया हो। लेकिन वायरल हो रही तस्वीर उनकी नहीं है।
अफगानिस्तान से नाटो सेनाओं की वापसी के चंद महीनों के अंदर ही तालिबान ने देश पर कब्ज़ा कर लिया है। ये सब इतनी जल्दी हुआ कि पूरी दुनिया देखती रह गई। बताते चलें कि तालिबान एक ऐसा संगठन है, जिसने पूर्व में भी अफगानिस्तान पर 1996 से 2001 के बीच राज किया था। उस दौरान तालिबान की बर्बरता देख चुके अफगानिस्तान के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।